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‘डिनर डिप्लोमेसी’ से बीजेपी-जेडीयू में बनी बात तो अब उपेंद्र कुशवाहा ने फंसा दिया पेंच

पटना। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के बाद माना जा रहा है कि बिहार में जीत के लिए एनडीए का फॉर्मूला तय हो चुका है. लेकिन इस फॉर्मूले से एनडीए के सहयोगी दल आरएलएसपी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा खुश नहीं दिख रहे हैं. हालांकि सीटों के फॉर्मूले को लेकर अब तक एनडीए से किसी ने भी खुलासा नहीं किया है.

सूत्रों के अनुसार खबर है कि अमित शाह और नीतीश कुमार के बीच सीटों के फॉर्मूले को लेकर डिनर के दौरान चर्चा हुई थी. खबर यह भी है कि बीजेपी-जेडीयू के बीच बराबरी के बंटवारे की बात हुई है. और सबसे कम सीट आरएलएसपी के खाते में जाएगी. हालांकि यह भी कयास लगाया जा रहा है कि आरएलएसपी की ओर से जिस तरह की बयानबाजी हो रही है. उनका पत्ता कट सकता है. और सीटों की अदला-बदली हो सकती है.

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ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा को सीटों को लेकर डर सताने लगा है. वहीं, अमित शाह के दौरे के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने फिर से बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ‘सीटों के बटवारे को लेकर जब तक एनडीए के सभी घटक दल एक साथ बैठकर तय नहीं करते हैं. तब तक बात अधूरी रहेगी सीटों को लेकर अभी निर्णय नहीं हुआ है.’ अब इस बयान से एनडीए में बयानबाजी शुरू हो गई है.

वहीं, महागठबंधन के नेताओं को भी निशाना साधने का मौका मिल गया है. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा को पहले से ही महागठबंधन में शामिल होने के लिए ऑफर दिया जा रहा है.

आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर कहा है कि, ‘एनडीए में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है. यही कारण है की उपेन्द्र कुशवाहा ऐसे बयान दे रहे हैं. जल्द ही उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी और रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी महागठबंधन के साथ होगी.

उपेंद्र कुशवाहा के बयान से एब बार फिर एनडीए में हलचल होने लगी है. साथ ही उपेंद्र कुशवाहा को फिर से महागठबंधन में शामिल होने के लिए ऑफर आने लगे हैं. राजनीति में कुछ भी जायज है. अगर उपेंद्र कुशवाहा को सम्मान नहीं मिलता है तो पार्टी आवाज उठाएगी और आरएलएसपी पाला बदल भी सकती है.