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टीएमसी कोलकाता के मशहूर ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक विशाल रैली के साथ अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान का आरंभ करेगीए

तृणमूल कांग्रेस रविवार को कोलकाता के मशहूर ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक विशाल रैली के साथ अपने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान का आरंभ करेगी, जिसे पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी संबोधित करेंगी। ‘जन गर्जन सभा’ नामक इस विशाल रैली में ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी मुख्य वक्ता होंगे। रैली का मुख्य विषय केंद्र सरकार द्वारा राज्य की वित्तीय बकाया राशि को कथित तौर पर रोकने के ईर्द-गिर्द है जो पिछले दो साल से राज्य की राजनीति में एक विवादित मुद्दा रहा है।

पार्टी के लाखों समर्थकों और मंडल स्तर के कई नेताओं को अलग-अलग शहरों से सुबह से ही ‘दीदी’ नाम से लोकप्रिय ममता बनर्जी को सुनने के लिए परेड ग्राउंड की ओर जाते हुए देखा गया। पश्चिम बंगाल के लोग ममता बनर्जी को प्यार से ‘दीदी’ बुलाते हैं। पार्टी नेता फिरहाद हाकिम ने कहा, ‘‘हम लंबे समय बाद ब्रिगेड परेड ग्राउंड में रैली आयोजित कर रहे हैं। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम होने जा रहा है। हमारी पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी एक संदेश देंगी जिसे हम पश्चिम बंगाल के हर गली-नुक्कड़ तक लेकर जाएंगे और राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा की हार सुनिश्चित करेंगे।’’

ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान परेड मैदान के रूप में स्थापित ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर तृणमूल कांग्रेस की विशाल रैली इसलिए भी महत्व रखती है क्योंकि यह जनवरी 2019 में सभा के बाद से इस मैदान पर इतने बड़े पैमाने पर पार्टी की पहली रैली है। 2019 में हुई सभा में 19 विपक्षी दलों के नेता एकजुटता दिखाते हुए एक साथ आए थे। जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन होने के बावजूद 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या 34 से गिरकर 22 रह गयी थी जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य में 18 सीटें हासिल की थीं।

तृणमूल के सूत्रों ने अन्य राजनीतिक दलों विशेषकर भाजपा से बड़े दलबदल की संभावना जतायी है। राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद से आठ विधायक और दो सांसद सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए हैं। इस बीच, भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस की रैली का उपहास उड़ाते हुए इसे पार्टी की ‘‘विदाई रैली’’ करार दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल नेताओं को ‘‘गुंडा’’ तथा ‘‘भ्रष्ट’’ बताया और उनके ‘‘आसन्न पतन’’ का दावा किया। तृणमूल की इस रैली के जवाब में भाजपा की संदेशखालि में एक रैली करने की योजना है, जहां तृणमूल नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।