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जमीन कब्जाने को लेकर वकीलों ने पुलिस पर किया हमला, थाने में भी जमकर हंगामा, 12 गिरफ्तार

लखनऊ। लखनऊ के मड़ियांव के नरहरपुर गांव में सोमवार दोपहर सैकड़ों वकील जमीन पर कब्जा करने पहुंच गए। मालिक ने विरोध किया तो उसे धमकाने लगे। सूचना पर पहुंचे मड़ियांव प्रभारी निरीक्षक व उनके हमराहियों को घेरकर वकीलों ने पथराव कर दिया। इसमें सरकारी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई।

वकीलों के साथ पहुंचे अराजक तत्वों ने अवैध असलहे भी लहराए। इसकी सूचना पर पहुंची ट्रांसगोमती इलाके के थानों की पुलिस ने वकीलों को घेरा और 12 लोगों को हिरासत में लिया। देर शाम प्रभारी निरीक्षक की तहरीर पर वकीलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजा गया।

नरहरपुर में राजीव कुमार कनौजिया की जमीन है। इस पर धीरेन्द्र अवस्थी उर्फ धीरू अपना होने का दावा करते हैं। सोमवार दोपहर करीब 12.30 बजे वह लेखपाल और कानूनगो की मदद से पैमाइश कराने पहुंच गए। मौके पर करीब डेढ़ सौ वकील व अराजक तत्व भी थे। राजीव ने पैमाइश का विरोध किया तो उसे धमकी देते हुए भगा दिया। उसने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। इस पर प्रभारी निरीक्षक मड़ियांव अमरनाथ वर्मा टीम के साथ पहुंचे। पुलिस ने पहुंचते ही वीडियोग्राफी शुरू कर दी। यह देख वकील भड़क गए।

उन्होंने निरीक्षक के हमराही पर हमला बोल दिया। बीच-बचाव करने पर निरीक्षक के साथ भी बदसलूकी की। बवाल बढ़ता देख इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। मौके पर ट्रांसगोमती इलाके के थानों की टीम भेजी गई। क्षेत्राधिकारी दीपक कुमार सिंह पहुंचे। फोर्स पहुंचते ही पुलिस ने वकीलों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने लाठियां भी चलाईं। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने भाग रहे करीब एक दर्जन वकीलों को दबोच लिया।

थाने में हंगामा, जाम लगाने की कोशिश

एक दर्जन से अधिक वकीलों के गिरफ्त में आने की सूचना मौके से भागे साथियों ने कचहरी तक पहुंचा दी। इसके बाद वकील मड़ियांव थाने पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस की सख्ती देखकर वकील थाने से निकले और जाम लगाने का प्रयास किया। हालांकि इसमें सफल नहीं हो पाए। कुछ देर बाद बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी पहुंच गए। कई बार समझौते के लिए पुलिस पर दबाव बनाया, लेकिन सारी कोशिश बेकार हो गई।

थाने में कई बार हुई कहासुनी
थाने पर जुटे वकीलों ने कई बार हिरासत में मौजूद साथियों से मिलने को मुंशियाने में जाने का प्रयास किया पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर हंगामा शुरू कर दिया। दो घंटे में चार से पांच बार वकीलों और पुलिस में झड़प हुई। मौजूद क्षेत्राधिकारी से बातचीत के दौरान वकीलों ने कमरे में हंगामा शुरू कर दिया। किसी तरह पुलिस ने वकीलों को खदेड़ा।

इनके खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी

 हमले में तोड़ी गई पुलिस जीप।

                                                                                           हमले में तोड़ी गई पुलिस जीप।
प्रभारी निरीक्षक अमरनाथ वर्मा ने बताया कि नरहरपुर से पुलिस हिरासत में आए वकीलों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई। इनमें अनस, राजकुमार शर्मा, रोहित साहू, कृत्यांश, रवि कुमार, धीरेन्द्र अवस्थी उर्फ धीरू, अनुराग त्रिवेदी, अजीत सिंह, सुनील गुप्ता, तस्लीम अहमद, नीरज अग्रवाल और मो. सलीम शामिल हैं।

इनके खिलाफ पुलिस टीम पर हमला करने, सरकारी काम में बांधा डालने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। देर शाम सभी आरोपियों का चिकित्सकीय परीक्षण कराकर जेल भेज दिया गया।