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जब तक लाभार्थी को सेवा प्राप्त नहीं हो जाती तब तक की जाएगी उसकी ट्रैकिंग

मेरठ । परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिये जनपद में एक नईपहल की जा रही है। अब ओपीडी में आने वाले ऐसे दम्पति को तलाशा जाएगा जो किसी कारणवश परिवार नियोजन का कोई साधन नहीं अपना रहे हैं। ऐसे लाभार्थियों को चिन्ह्ति कर उनके सारे भ्रम दूर कर उन्हें उचित परामर्श दिया जाएगा और सेवा प्रदाता के पास भेजा जाएगा। यही नहीं जब तक उसे सेवा प्राप्त नहीं हो जाती है, तब तक उसे ट्रैक किया जाएगा। परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन की अध्यक्षता में शनिवार को समस्त चिकित्सा अधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों तथा ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर की समीक्षा बैठक हुई।इसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने राज्य से प्राप्त वार्षिक लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में परिवार नियोजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना एवं अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसी एच) डॉ. पूजा शर्मा ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि फरवरी एवं मार्च में आयोजित होने वाले समस्त फिक्स डे सर्विस-अंतराल दिवस, खुशहाल परिवार दिवस को योजनाबद्ध तरीके से आयोजित किया जाए एवं इसमें अधिक से अधिक लाभार्थियों को सेवा से जोड़ा जाए। परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए जनपद में कुछ नए इनोवेटिव कार्यक्रम चलाए जाएंगे, जिसमें मुख्य रूप से ओपीडी में आने वाले दम्पति को परिवार नियोजन कार्यक्रम,मातृ वंदना योजना कार्यक्रम के लिए चिन्हित किया जाएगा एवं योग्य लाभार्थियों को सेवा से जोड़ने को परामर्श दिया जाएगा और उन्हें प्रेरित किया जाएगा।
बैठक मेंउत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई के वरिष्ठ जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया- नए इनोवेटिव कार्यक्रम ईच वन ट्रैक वन के द्वारा ओपीडी में ऐसे लाभार्थी जो किसी कारण से परिवार नियोजन सेवा का लाभ नहीं ले रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर उनके सारे भ्रम दूर कर उन्हें उचित परामर्श दिया जाएगा एवं सेवा प्राप्त करने के लिए सेवा प्रदाता के पास रेफर किया जाएगा।उन्होंने बताया जब तक उसे सेवा प्राप्त नहीं हो जाती तब तक उसे ट्रैक किया जाएगा। इससे परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ करने में बहुत मदद मिलेगी एवं इससे अधिकतर लाभार्थियों तक परिवार नियोजन सेवा की पहुंच बनायी जा सकेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने निर्देशित किया है कि इस इनोवेटिव कार्यक्रम को समस्त सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी, एससी,वीएचएनडी पर लागू पर लागू किया जाए।