सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मंगलवार को बड़ा नक्सली हमला हुआ है. इस हमले में सीआरपीएफ के 8 जवान शहीद हुए हैं. ये हमला सुकमा जिले के किस्टाराम इलाके में हुआ है. ये ब्लास्ट लैंडमाइन के जरिए किया गया है. इस दौरान नक्सलियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ भी हुई है, जिसमें 6 जवान घायल हुए हैं. इनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है.
नक्सलियों ने IED प्रूफ व्हीकल को ब्लास्ट कर उड़ाया है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सोमवार को ही नक्सली प्रभावित इलाकों का मोटरसाइकिल के जरिए दौरा किया था.
8 मार्च को हुआ था 29 नक्सलियों का सरेंडर|
अभी कुछ ही समय पहले सुकमा के भेज्जी थाना क्षेत्र के एलारमडुगु और वीरभट्टी जैसे गांवों से आए 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. इनमें 11 महिलाएं भी शामिल थीं. ये वही गांव हैं जहां 18 फरवरी को 20 नक्सलियों को मार गिराया गया था. इस मुठभेड़ में दो जवान शहीद भी हुए थे. इन नक्सलियों में कई खूंखार नक्सली भी शामिल हैं. ये लोग कई प्रकार की टीम बनाकर काम कर रहे थे. इसको पुलिस अधीक्षक ने नक्सल मोर्चे पर फोर्स की बड़ी कामयाबी करार दिया है.
पिछले साल हुआ था बड़ा हमला
आपको बता दें कि लगभग ठीक एक साल पहले 11 मार्च 2017 को ही नक्सलियों ने बड़ा हमला किया था. उस दौरान बस्तर में सीआरपीएफ की एक पार्टी पर हमला किया गया था, इसमें 11 जवान शहीद हुए थे. नक्सलियों ने जवानों के मोबाइल और हथियार भी लूट लिए थे.
आपको बता दें कि पिछले साल सुकमा इलाके में ही सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ था. इसमें करीब 25 जवान शहीद हुए थे. ये हमला 24 अप्रैल, 2017 को सुबह के समय ही किया गया था.
कब और कहां हुए हमले
11 मार्च 2017: सुकमा के दुर्गम भेज्जी इलाके में नक्सली हमला, 11 सीआरपीएफ जवान शहीद.
11 मार्च 2014: टाहकवाड़ा में सीआरपीएफ पर नक्सली हमला, 16 जवान शहीद.
सितम्बर 2005: बीजापुर स्थित गंगालूर रोड पर एंटी-लैंडमाइन वाहन पर ब्लास्ट, 23 जवान शहीद.
जुलाई 2007: छत्तीसगढ़ के एर्राबोर अंतर्गत उरपलमेटा एम्बुश में 23 सुरक्षाकर्मी मारे गए.
अगस्त 2007: छत्तीसगढ़ के तारमेटला में मुठभेड़ में थानेदार सहित 12 जवान शहीद हुए.
12 जुलाई 2009: राजनांदगांव के एम्बुश नक्सलियों के हमले में 29 जवान हुए थे शहीद.
6 अप्रैल 2010: दंतेवाड़ा ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए.
1 दिसंबर 2014: सुकमा में सीआरपीएफ की 233 बटालियन पर हमला, 13 जवानों शहीद.