निपाह वायरस को लेकर तमाम तरह की खबरें आ रही हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह चमगादड़ की लार से फैलता है, चमगादड़ जिस फल को खाता है उसमें उसका लार्वा रह जाता है। यही फल जब मार्केट में जाते हैं तो उससे जाता है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि यह चमगादड़ से नहीं फैलता। लेकिन, जिन फलों से इसका खतरा हो सकता है वह हकीकत में चमगादड़ खाते भी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चमगादड़ के भी अपने पसंदीदा फल हैं। इसके अतिरिक्त वह ज्यादा फल नहीं चखते। 3 फल ऐसे हैं जो चमगादड़ को सबसे ज्यादा पसंद हैं। साथ ही यह उनकी प्रतिदिन डाइट में शामिल हैं। ऐसे फलों को आपको खाने से बचना चाहिए।
कौन से फल हैं चमगादड़ के पसंदीदा
केरल में निपाह वायरस फैलने के बाद से फलों की बिक्री पर प्रभाव पड़ा है। खासकर आम जैसे सीजनल फल की बिक्री निर्बल हुई है। केरल के आम की बिक्री निपाह की खबरों के बाद से ही लगभग बंद हो गई है। ज्यादातर लोग आम को दूसरे राज्यों से खरीद रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, चमगादड़ की प्रतिदिन डाइट में शामिल फलों में आम, अमरूद व चीकू शामिल हैं।रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह उनके पसंदीदा फल हैं।
क्या कहते हैं फल विक्रेता
केरल के PJJ फ्रूट्स के मालिक जयसन के मुताबिक, चमगादड़ के पसंदीदा फलों से लोगों ने दूरी बना ली है। आम, अमरूद व चीकू की बिक्री बिल्कुल समाप्त हो गई है। हालांकि, केला, सेब, अंगूर, संतरा, मौसंबी की बिक्री पहले की तरह ही हो रही है। जयसन के मुताबिक, उनके यहां सेब व किवी के अतिरिक्त के कई फ्रूट्स का ट्रीटमेंट होता है, जिनकी वह गारंटी ले सकते हैं। लेकिन, मार्केट में मौजूद अन्य फलों की कोई जिम्मेदारी नहीं होती। इसलिए लोग इन्हें खाने से बच रहे हैं।
रात में खाते हैं फल
चमगादड़ों से फलों को बचाना लगभग नामुमकिन है। क्योंकि यह रात में इन फलों को खाते हैं। रात के वक्त पेड़ों पर उलटे लटके चमगादड़ों की संख्या इतनी अधिक होती है कि इन्हें भगाया नहीं जा सकता। फलों को बचाने के लिए कुछ बागों में पेड़ों को प्लास्टिक शीट से कवर किया जाता है। फल पकने पर उन्हें तुरन्त तोड़कर डिब्बे में बंद किया जाता है।
ऐसे फल चुनते हैं चमगादड़
त्रिसुर हॉर्टिकल्चर कॉलेज के डीन जॉर्ज थॉमस के मुताबिक, चमगादड़ केवल चुनिंदा फलों को खाते हैं। उन्होंने कहा, “वे जैकफ्रूट पर हमला नहीं करते हैं, लेकिन आम, रामबुतान वसपोट्टा या चिकू पसंद करते हैं, क्योंकि ऐसे फलों का बाहरी भाग बहुत ज्यादा नरम होता है। ”
निपाह से बचने के लिए क्या करें
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, संक्रमित सूअर, दूसरे संक्रमित जानवर व ऐसे फल (जिन्हें चमगादड़ ने खाया हो) से दूरी बनाए। इसके अलावा, निपाह से पीड़ित किसी भी आदमी से कोई सीधा संपर्क न रखें। यही नहीं, एक्सपर्ट्स के मुताबिक, निपाह का खतरा पानी से भी फैल सकता है। जिस पानी से ऐसे फलों को धोया जाता, जो चमगादड़ ने खाए थे व फिर वही पानी किसी वकार्य में प्रयोग लिया जाता है तो निपाह का खतरा हो सकता है।