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खेलों के दंगल में विरोधियों को धूल चटाने वाले हरियाणा के छह से अधिक खिलाड़ी इस बार विधानसभा चुनाव की सियासी पिच पर दम दिखा सकते हैं

चंडीगढ़ हरियाणा विधानसभा चुनाव एक अक्तूबर को होंगे। चार अक्तूबर को परिणाम आएगा। इस बार भाजपा और कांग्रेस की तरफ से खिलाड़ियों को टिकट दिए जाएंगे।

खेलों के दंगल में विरोधियों को धूल चटाने वाले हरियाणा के छह से अधिक खिलाड़ी इस बार विधानसभा चुनाव की सियासी पिच पर दम दिखा सकते हैं। अलग-अलग दल अलग-अलग खिलाड़ियों को साधने में जुटे हैं।

ओलंपियन बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और पहलवान साक्षी मलिक पर कांग्रेस की नजर है। खुद सांसद दीपेंद्र हुड्डा लंबे समय से दोनों ही खिलाड़ियों के संपर्क में हैं। बजरंग पूनिया झज्जर से ताल्लुक रखते हैं और विनेश फोगाट बाढड़ा हलके की रहने वाली हैं। हालांकि, अभी तक दोनों खिलाड़ियों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वहीं, पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर तीन ओलंपियन खिलाड़ियों ने किस्मत आजमाई थी। ये एक बार फिर से टिकट के लिए दावा ठोक रहे हैं।

योगेश्वर दत्त को मिल सकता है भाजपा का टिकट

ओलंपियन योगेशवर दत्त 2019 में बरोदा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। बरोदा उपचुनाव में भी उन्होंने भाजपा से अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा। इसी प्रकार ओलंपियन खिलाड़ी बबीता फोगाट ने चरखी दादरी से भाजपा के टिकट पर विधानसभा 2019 का चुनाव लड़ा था, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी सोमबीर सांगवान ने उनको हरा दिया था। हॉकी के पूर्व कप्तान संदीप सिंह भाजपा के टिकट पर पिहोवा से विधायक चुने गए और मनोहर लाल सरकार में मंत्री भी बने। ये तीनों ही खिलाड़ी फिर से अपने-अपने हलकों में सक्रिय हैं और टिकट के लिए मजबूती से दावा ठोक रहे हैं।

जूनियर कोच भी मांग रही टिकट

पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली जूनियर महिला कोच ने कांग्रेस से पिहोवा विधानसभा सीट से टिकट मांगा है। वह संदीप सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव में ताल ठोकना चाह रही हैं।

बॉक्सर बिजेंद्र सिंह ने साध रखी है चुप्पी

बॉक्सिंग से राजनीति की दुनिया के कदम रखने वाले विजेंदर सिंह अब भाजपा के हो चुके हैं। 2019 में उन्होंने साउथ दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। उन्होंने 2019 में ही कांग्रेस जॉइन की थी। विजेंदर सिंह जाट समुदाय से आते हैं, जिसका हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में राजनीतिक प्रभाव है। वहीं, अप्रैल 2024 में लोकसभा चुनावों से पहले उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।

2009 में राजनीतिक गुगली में आउट हो गए थे चेतन शर्मा

क्रिकेटर से नेता बने चेतन शर्मा ने 2009 के लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव लड़ा था। ब्राह्मण समुदाय, बसपा का काडर वोटर और साथ में क्रिकेटर होने के चलते बसपा ने चेतन शर्मा को मैदान में उतारा था। कुल पड़े 6,24,937 वैध मतों में से चेतन शर्मा 1,13,453 वोट लेने में सफल रहे थे। इस चुनाव में कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना जीते थे, जिन्हें 2,57,864 वोट मिले थे और भाजपा के रामचंद्र बैंदा दूसरे नंबर पर रहे थे, जिन्हें 1,89,663 वोट मिले थे।