नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘व्यक्ति केंद्रित विदेश नीति’ अपनाने का आरोप लगाया है. रविवार को कांग्रेस महाधिवेशन के दूसरे दिन पार्टी ने कहा कि मौजूदा सरकार बड़े देशों के साथ रिश्ते नहीं संभाल नहीं पाई है और इसमें नजरिया का अभाव है. पार्टी ने आरोप लगाया कि मोदी की विदेश नीति को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है.
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और नरसिंह राव सरकार की विदेश नीति की जमकर तारीफ की गई. दूसरी ओर मौजूदा मोदी सरकार की विदेश नीति को लेकर भी जमकर निशाना साधा गया.
महाधिवेशन में आनंद शर्मा ने विदेश नीति का प्रस्ताव पेश किया. इसमें कहा गया कि ‘विदेश नीति राष्ट्रीय सहमति के साथ तालमेल बैठा कर चलती रही है. दुर्भाग्य है कि बीजेपी सरकार ने इसे रोक दिया और उसके कदमों ने राष्ट्रीय सहमति को भंग किया है.’
महाधिवेशन में लगे राहुल गांधी-प्रियंका गांधी के नारे
महाधिवेशन के आखिरी दिन पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी के भी नारे लगाए. कार्यकर्ताओं ने ‘राहुल गांधी जिंदाबाद, प्रियंका गांधी जिंदाबाद’ और ‘राहुल-प्रियंका बचा लो हिंदुस्तान हमारा’ के नारे लगाए. वो ‘भारत माता की जय’ और ‘राहुल तुम संघर्ष, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे भी लगा रहे थे.
दो दिन के इस महाधिवेशन में देश भर से आए 3 हजार डेलीगेट्स और 15 हजार से अधिक पदाधिकारी-कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं. अधिकतर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सफेद टोपी पहन रखी है.
पिछले साल दिसंबर में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद उनके नेतृत्व में कांग्रेस का यह पहला महाधिवेशन है.