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उ. प्र. राज्य महिला आयोग ने गर्भवती महिलाओं के लिए जारी की हेल्पलाइन

लखनऊ। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा सिंह ने बताया कि कोविड के समय अगर किसी भी महिला को अस्पताल में अपने इलाज  के सम्बन्ध में कोई समस्या आ रही है तो तुरंत उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की गर्भवती महिलाओं के लिए बनाई गई हेल्पलाइन ीजजचेरूध्ध्जपदलनतस.बवउध्ड।ीमसचसपदम पर रजिस्टर कर सकते है। उन्होंने बताया कि टोल फ्री नंबर 18001805220 पर आप कॉल करके अपनी शिकायत की अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है। इसके अलावा व्हाट्सएप नंबर ़ 6306511708 पर आप अपनी शिकायत की प्रति एवं दस्तावेज भेज सकते है। उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप नंबर पर कॉल ना करें, इस नंबर पर कॉल नहीं उठाई जाएगी।

प्रदेश में महिला कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित बाल संरक्षण सेवाएं एवं बाल गृहों की समीक्षा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा किया गया

लखनऊ। प्रदेश के महिला कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित बाल गृहों मे कोविड 19 के कारण उत्पन्न हो रहे विषम परिस्थितियों से लड़ने एवं बच्चों तथा कर्मियों को सुरक्षित रखने हेतु राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा ऑनलाइन समीक्षा की गयी। समीक्षा बैठक मे निदेशक श्री मनोज कुमार राय, महिला कल्याण विभाग द्वारा भागीदारी करते हुए कोविड 19 से बचाव हेतु प्रदेश स्तर पर बनाए गए वर्चुअल सपोर्ट ग्रुप एवं महत्वपूर्ण मानक बिन्दुओं जो एसओपी और शासनादेश के रूप मे जनपद को प्रेषित किया गया है, उनको दोहराया एवं निर्देश दिये कि सभी एसओपी एवं शासनादेश का समय से अनुपालन करें।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग से अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता एवं सभी सदस्यगण द्वारा इस बात पर जोड़ दिया गया की प्रदेश मे संचालित बाल गृहों मे आवासित बच्चों को उनके परिवार मे समायोजित करने की प्रक्रिया पर जोड़ देना चाहिए, संबन्धित समितियों के समक्ष ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए एवं क्षमता से ज्यादा बच्चे बाल गृहों मे होने के कारण उत्पन्न हो रहे स्थिति से निपटने के लिए शासन जिला प्रशासन से समन्वय करते हुए पृथक आइसोलेशन सेंटर स्थापित करें।
उक्त बैठक में श्री बृजेन्द्र सिंह निरंजन, उप निदेशक, महिला कल्याण विभाग, श्री पुनीत मिश्रा, उप निदेशक, महिला कल्याण विभाग, श्रीमती नेहा आनंद – निदेशक, बोधिट्री इंडिया मेन्टल हेल्थ एंड वेलबीइंग सेण्टर, डॉ० सुचिता चतुर्वेदी, सदस्या, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, श्रीमती जया सिंह, सदस्या, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, श्रीमती प्रीति वर्मा, सदस्या, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, श्रीमती नीता साहू, सदस्या, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, समस्त उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी, समस्त जिला प्रोबेशन अधिकारी, श्रम विभाग, विशेष किशोर पुलिस इकाई, मानव तस्करी रोधी इकाई, वन स्टॉप सेण्टर एवं बाल गृहों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने सीनियर जर्नलिस्ट रोहित सरदाना के निधन पर व्यक्त किया गहरा शोक

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोकप्रिय न्यूज एंकर व वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना के असामयिक  निधन पर गहरा  शोक व्यक्त करते हुए कहा है  कि उनका निधन पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणनीय क्षति है ।आज मीडिया जगत का एक महत्वपूर्ण  व्यक्ति हमने खो दिया ।
श्री मौर्य  ने रोहित सरदाना के शोक संतप्त परिजनों व शुभचिंतकों तथा प्रशंसकों के प्रति  संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है।
श्री केशव प्रसाद मौर्य ने दैनिक अमर उजाला गोरखपुर के सहायक समाचार संपादक श्री  अजय शंकर तिवारी के निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया है ।
उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने वरिष्ठ पत्रकार एवं न्यूज चैनल आज तक के एंकर श्री रोहित सरदाना के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने वरिष्ठ पत्रकार एवं न्यूज चैनल आज तक के एंकर श्री रोहित सरदाना के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।  उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि श्री रोहित सरदाना देश के प्रमुख राजनीतिक समाचार विश्लेषक  थे और उनकी देश के पत्रकारिता जगत में बहुत ही ख्याति थी उनके निधन से मीडिया जगत को हुई अपूरणीय क्षति की भरपाई करना कठिन है।
श्री दीक्षित ने उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मृत आत्मा की चिर शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

कोविड से बचाव करते हुए पूर्ण गुणवत्ता से समय पर पूर्ण कराये जाएं कार्य

जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह का अधिकारियों को निर्देश

लखनऊ। आज दिनांक 30 अप्रैल, 2021 को जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह जी द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में फील्ड के अधिकारियों से वीडियो काॅन्फ्रेसिंग द्वारा संवाद किया गया। अपने सम्बोधन में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्तमान में कोविड की दूसरी लहर के दृष्टिगत परिस्थितियां विपरीत हैं तथा काफी संख्या में विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी भी इससे प्रभावित हुए हैं। इन परिस्थितियों के लिए काफी हद तक कोविड प्रोटोकाल के पालन में हुई लापरवाही भी कारण है। समीक्षा बैठक में बोलते हुए डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपना दायित्व निर्वहन करते हुए स्वयं को तो कोविड से बचाना ही है साथ ही अपने परिवार, अपने कर्मचारी साथियों तथा साइट पर कार्य कर रहे श्रमिकों को भी बचाना है। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड के लक्षण दिखाई देते ही यह मानकर तत्काल इलाज प्रारम्भ कर देना चाहिए कि यह कोविड ही होगा तथा ब्लड टेस्ट, आरटीपीसीआर इत्यादि की रिपोर्ट की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग को 1000-1500 या आवश्यकतानुसार कोविड की दवाइयों की प्रोटोकाल के अनुसार किट तैयार रखनी चाहिए तथा किसी भी कर्मचारी में लक्षण दिखाई देते ही उपलब्ध करा दिया जाना चाहिए। विभागीय अधिकारियों के मनोबल को बनाये रखने की आवश्यकता है जिसके लिए उन्होंने कहा कि किसी भी आकस्मिक आवश्यकता जैसे अस्पताल में दाखिला या आॅक्सीजन की आवश्यकता के लिए उन्हें अवगत कराया जाय ताकि वे यथासंभव उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कर सकें। विभागीय कार्यों के संदर्भ में जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने अधिकारियों का आवाह्न कि कोविड की आपदा की आड़ में कार्यस्थल पर कार्यों की गुणवत्ता प्रभावित न होने पाये अपने सम्बोधन के माध्यम से मंत्री जी ने कार्यरत ठेकेदारों को भी आगाह किया कि महामारी की ओट लेकर यदि किसी भी ठेकेदार के कार्य में गुणवत्ता का अभाव अथवा अधूरा कार्य मिला तो उसका भुगतान कतई नहीं किया जायेगा। मंत्री जी ने प्रेस को अवगत कराया कि इस वर्ष बाढ़ के कार्य जनवरी में ही प्रारम्भ करने का निर्णय किया गया था जिससे अब तक काफी प्रगति हो चुकी है और वर्षाकाल के पूर्व उन्हें सुरक्षित स्तर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। यदि यह निर्णय नहीं लिया गया होता तो इस महामारी में कार्यों के नियोजन में अत्यधिक कठिनाई होती तथा कार्य पूर्ण करना भी संभव नहीं हो पाता। कार्यस्थलों पर कार्य जारी रह सके इसके दृष्टिगत मंत्री जी द्वारा श्रमिकों को भी कोविड किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री टी0 वेंकटेश, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री वी0के0 निरंजन, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री ए0के0 सिंह, प्रमुख अभियन्ता परियोजना श्री मुश्ताक अहमद व प्रमुख अभियन्ता यांत्रिक, श्री देवेन्द्र अग्रवाल सहित फील्ड के समस्त मुख्य अभियन्ता व अधीक्षण अभियन्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया

प्रदीप कुमार सक्सेना बनाए गए लोक निर्माण विभाग के विभागाध्यक्ष

लखनऊ। लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश के विभागाध्यक्ष श्री एस० पी ०सिंह आज सेवानिवृत्त हो गए । श्री एस पी सिंह के सेवानिवृत्त होने पर तात्कालिक प्रभाव से श्री प्रदीप कुमार सक्सेना मुख्य अभियंता स्तर -एक बाहृय सहायतित परियोजना लोक निर्माण विभाग लखनऊ को अपने कार्यों के साथ प्रमुख अभियंता (विकास) एवं विभागाध्यक्ष व प्रमुख अभियंता( परिकल्प ध्नियोजन) लोक निर्माण विभाग का अस्थाई प्रभार प्रदान किया गया है ।

लोक निर्माण मुख्यालय स्थित सभागार में आज सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग श्री एस पी सिंह व आज ही सेवानिवृत्त प्रमुख अभियंता( ग्रामीण सड़क )श्री अनिल कुमार जैन तथा आज ही सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता मुख्यालय -दो ,श्री आर०सी ०शुक्ला का विदाई समारोह का भी आयोजन किया गया। जिसमें इन अधिकारियों के कार्यकाल ,व्यवहार और नेतृत्व की सराहना की गई तथा इन्हें सम्मानित भी किया गया।