Breaking News

आरक्षण पर संघ की टिप्पणी से भड़के लालू प्रसाद यादव, बोले- खैरात नहीं हक है

जयपुर। यूपी समेत 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस ने आरक्षण पर बड़ा बयान दिया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने आरक्षण खत्म किए जाने की वकालत की है। वहीं, आरजेडी सुप्रीम लालू प्रसाद यादव ने वैद्य की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आरक्षण का अधिकार छीनना किसी के बस का नहीं है। लालू ने कहा कि लगता है बीजेपी ने बिहार चुनाव से कोई सबक नहीं लिया है।

Rashtriya Swayamsevak Sangh ideologue Manmohan Vaidya while speaking at Literature Fest in Jaipur said no to quota & called for equality

शुक्रवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में वैद्य ने कहा कि आरक्षण को खत्म करना चाहिए और इसकी जगह ऐसी व्यवस्था लाने की जरूरत है जिसमें सबको समान अवसर और शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि अगर लंबे समय तक आरक्षण जारी रहा तो यह अलगाववाद की तरफ ले जाएगा। संघ प्रचारक ने कहा, ‘किसी भी राष्ट्र में हमेशा के लिए ऐसे आरक्षण की व्यवस्था का होना अच्छी बात नहीं है। सबको समान अवसर और शिक्षा मिले।’ हालांकि, वैद्य ने साथ में यह भी कहा कि जब तक समाज में भेदभाव रहे और जब तक सबको समान अवसर न मिले, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।

संघ की इस टिप्पणी से भड़के लालू प्रसाद यादव ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर संघ और पीएम मोदी पर हमला बोला। आरजेडी सुप्रीमो ने कहा, ‘आरक्षण संविधान प्रदत्त अधिकार है। RSS जैसे जातिवादी संगठन की खैरात नहीं। इसे छीनने की बात करने वालों को औकात में लाना मेरे वर्गों को आता है।’

आरक्षण संविधान प्रदत्त अधिकार है।RSS जैसे जातिवादी संगठन की खैरात नहीं।इसे छिनने की बात करने वालों को औकात में लाना कमेरे वर्गों को आता है

एक दूसरे ट्वीट में लालू ने खुद आरएसएस को आईना देखने की नसीहत देते हुए लिखा, ‘ RSS पहले अपने घर में लागू 100फीसदी आरक्षण की समीक्षा करे। कोई गैर-सवर्ण, पिछड़ा/दलित और महिला आजतक संघ प्रमुख क्यों नही बने हैं? बात करते हैं।’

RSS पहले अपने घर में लागू 100फीसदी आरक्षण की समीक्षा करें।कोई गैर-स्वर्ण पिछड़ा/दलित व महिला आजतक संघ प्रमुख क्यों नही बने है? बात करते है

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के बाद अब यूपी में बीजेपी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने लिखा, ‘मोदी जी आपके RSS प्रवक्ता आरक्षण पर फिर अंट-शंट बके है। बिहार में रगड़-रगड़ के धोया,शायद कुछ धुलाई बाकी रह गई थी जो अब यूपी जमकर करेगा।’

मोदी जी आपके RSS प्रवक्ता आरक्षण पर फिर अंट-शंट बके है। बिहार में रगड़-रगड़ के धोया,शायद कुछ धुलाई बाकी रह गई थी जो अब यूपी जमकर करेगा।

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण के खिलाफ बयान दिया था, जिसे आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने अपने पक्ष में भुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा था। बिहार में बीजेपी की हार के लिए संघ प्रमुख के आरक्षण पर दिए बयान को भी जिम्मेदार माना जाता है।

संविधान में ‘सेक्युलर’ शब्द लाने पर संघ ने उठाया सवाल
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में मनमोहन वैद्य ने हिंदुत्व में विविधता का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व विविधता की बात करता है और एक आदर्श हिंदू राष्ट्र में भारत की धार्मिक विविधता स्वीकार होगी। वैद्य ने संविधान में ‘सेक्युलर’ शब्द के जिक्र पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 1976 में चुपके से ‘सेक्युलर’ शब्द को संविधान में लाया गया। उन्होंने सवाल किया, ‘क्या किसी ने इसकी (सेक्युलर शब्द की) मांग की थी? इसे क्यों शामिल किया गया?