www.puriduniya.com श्रीनगर। सुरक्षा बलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए जम्मू कश्मीर के बारामूला से आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कमांडर अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है। खुफिया इनपुट के आधार पर जम्मू कश्मीर पुलिस व 46 राष्ट्रीय राइफल्स ने संयुक्त अभियान के दौरान रहमान को बारामूला के हाजीबल से गिरफ्तार किया गया। अब्दुल रहमान के पास से आधार कार्ड बरामद हुआ है। इससे सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं।
मेजर जनरल जीओसी जेएस जैन ने बताया कि रहमान पिछले 2 महीने में 7 बार बारामूला आया था,उस पर नजर रखी जा रही थी। उसने आईएसआई की मदद से पाक अधिकृत कश्मीर के बालाकोट में आतंकी शिविर में ट्रेनिंग ली थी। रहमान के पास से मिला आधार कार्ड असली है या फर्जी और ये कहां और कैसे बना इसकी जांच होगी। उसके पास से एक एके-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद भी बरामद हुआ है। वह बड़े आतंकी हमले की फिराक में था। रहमान जैश में नई भर्ती के लिए मॉड्यूल तैयार करने में जुटा था। उसे बारामूला,सोपोर और कुपवाड़ा इलाकों से लोगों को जैश में भर्ती करने की जिम्मेदारी मिली थी।
जैन ने बताया कि बारामूला में 2 से 3 आतंकी और मौजूद हो सकते हैं। इसके लिए सर्च ऑपरेशन लाया जा रहा है। रहमान के पास से जो आधार कार्ड मिला है उस पर उसका पता जम्मू कश्मीर लिखा हुआ है। आधार कार्ड में उसका नाम शबीर अहमद खान दर्ज है। उसके पिता का नाम गुलाम रसूल खान लिखा हुआ है। बरामद आधार कार्ड का नंबर 647856225315 है। अब्दुल रहमान पाक अधिकृत कश्मीर का नागरिक है। वह पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद के गांव पोलास का रहने वाला है। रहमान इसी साल फरवरी में अपने पांच साथियों के साथ कश्मीर में घुसपैठ करने में कामयाब रहा था। बताया जाता है कि पठानकोट हमले में भी अब्दुल रहमान की भूमिका रही है।
उत्तरी कश्मीर में इस साल जैश ए मोहम्मद के किसी पाकिस्तानी आतंकी के जिंदा पकड़े जाने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 26 फरवरी को बारामूला से पुलिस ने 18 साल के सिद्दीक गुज्जर निवासी सियालकोट को पकड़ा था। सिद्दीक गुज्जर जैश के उस आत्मघाती दस्ते में शामिल था,जिसने नवंबर में तंगधार में सैन्य शिविर पर हमला किया था। रहमान ने बताया कि उसने बालाकोट में आतंकी शिविर में जिहाद की ट्रेनिंग ली थी। कैंप में मसूद अजहर का भाई और पाकिस्तानी सेना व आईएसआई के अधिकारी भी आते थे।
आकाओं ने उसे कश्मीर में सुरक्षा बलों के शिविरों को निशाना बनाने का हुक्म दिया था। उसने पांच अन्य साथियों के साथ मच्छल सेक्टर के रास्ते कश्मीर में घुसपैठ की थी। कश्मीर पहुंचने के बाद उसके साथी दो-दो के गुट में बंट गए। फिर वह स्थानीय गाइडों की मदद से घाटी के अंदरुनी इलाकों में पहुंचे। रहमान से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस बारामुला, कुपवाड़ा और लोलाब में सक्रिय उसके साथियों के अलावा कुछ विदेशी आतंकियों को पकडऩे के लिए विशेष अभियान छेड़ दिया है।