नई दिल्ली। किसानों के हक के लिए आवाज़ उठाने वाले दिवंगत नेता शरद जोशी के परिवार, जानेमाने तमिल लेखक बी जयमोहन और पत्रकार वीरेंद्र कपूर ने पद्म पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। सोमवार को पद्म पुरस्कारों की सूची जारी किए जाने से पहले ही इन लोगों पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया था।
शेतकारी संघटना के संस्थापक जोशी के साथी सुरेश चन्द्र म्हात्रे ने बताया कि 1992 में भी जोशी को यह पुरस्कार देने का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरस्कार लेने से इनकार करने वाले लेखक जयमोहन ने कहा कि उन्होंने हिंदू समर्थक माने जाने की आशंका के कारण पुरस्कार से इनकार किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गर्व का मौका है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘अवॉर्ड लेने से दूसरे लोगों को मुझे हिंदू समर्थक कहने का मौका मिल जाता। मैं न तो सत्ता में बैठे लोगों और न ही देश विरोधियों के कैंप का हिस्सा बनना चाहता हूं।
पत्रकार वीरेंद्र कपूर ने कहा कि वह सरकार के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन पिछले 40 साल उन्होंने किसी भी सरकार से कोई सम्मान नहीं लिया है।