नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में देशविरोधी नारेबाजी को लेकर चर्चा में आए छात्र उमर खालिद के पिता कासिम रसूल इलियास अपने बेटे का बचाव में उतर पड़े हैं। उन्होंने मीडिया पर उनके बेटे की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम होने की वजह से हमें निशाना बनाया गया है। खालिद की बहन ने भी कहा कि मेरे भाई को फंसाया जा रहा है।
उमर खालिद केस दर्ज होने के बाद से फरार हैं। एक टीवी चैनल से बातचीत में इलियास ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरा बेटा कहां है, लेकिन जब अदालतों में हमले हो रहे हैं तो कैसे कोई सरेंडर कर सकता है। उन्होंने कहा कि यदि गृह मंत्री कहें कि किसी को कुछ नहीं होगा तो वह अगले ही दिन सरेंडर कर सकता है।
खालिद के पिता का मानना है कि उनके बेटे ने कोई देशद्रोह या राजद्रोह नहीं किया बल्कि वह तो हमेशा से दलितों और किसानों का हिमायती रहा है। मीडिया द्वारा उसकी छवि बेवजह खराब की जा रही है। इलियास ने कन्हैया पर हुए हमले की भी निंदा की। न्यायपालिका पर पूरा भरोसा जताते हुए उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों और कोर्ट को मामले की जांच करनी चाहिए, मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए।
उमर के पिता करीबन तीन दशक पहले सिमी के सदस्य थे। हालांकि तब तक संगठन पर बैन नहीं लगाया गया था। उन्होंने बताया कि उमर के पैदा होने से पहले ही उन्होंने सिमी छोड़ दिया था। उमर के पिता वेल्फेयर पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जो अबुल फजल एनक्लेव (दक्षिणी दिल्ली) से चलती है।