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JNU के छात्रों के खिलाफ SC में अवमानना का केस

jnu scपुणे। जेएनयू मामले में एक नया मोड़ आ गया है। पुणे के एक वरिष्ठ वकील विनीत ढांडा ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अवमानना याचिका दायर की है, जिसमें जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के नेता कन्हैया कुमार, उमर खालिद व पांच अन्य को नामजद किया गया है।

याचिका में जिक्र है कि आरोपियों सांस्कृति कार्यक्रम के दौरान पर्चे बांटे गए, जिस पर लिखा था कि अफजल गुरु की न्यायिक हत्या हुई। शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई हो सकती है। वकील का आरोप है कि आरोपियों ने सर्वोच्च न्यायालय के जजों को फ्री ऐंड फेयर ट्रायल के बावजूद हत्यारा बताया है, जो कि न्यायालय की अवमानना है।

नामजदों में डीएसएफ के सदस्य लेनिन कुमार, रिसर्च स्कॉलर अनिर्बन भट्टाचार्य, जेएनयूएसयू वीपी शेहला राशिद शोरा, पूर्व डीयू लेक्चरर एसएआर गिलानी एवं पीसीआई के सदस्य अली जावेद हैं। याचिका में जिक्र है कि अभिव्यक्ति की आजादी के मतलब यह नहीं है कि किसी को उकसाया जाए, न्यायिक आदेशों को न माना जाए।

ढांडा ने मिरर को बताया कि जिस तरह के शब्द पर्चे पर लिखे गए, उससे कोई संदेह नहीं बचता कि यह कोर्ट की गरिमा को ठेस पहुंचाने का मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि इन आरोपियों का कृत्य कोर्ट की अवमानना करता है।

याचिका में जिक्र है कि यह तथाकथित सांस्कृतिक कार्यक्रम अफजल गुरु की डेथ ऐनिवर्सरी का कार्यक्रमभर था, क्योंकि उसे 9 फरवरी 2013 को ही फांसी हुई थी। याचिका में स्टूडेंट्स द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई सामग्री को भी संलग्न किया गया है।