www.puriduniya.com नई दिल्ली। रघुराम राजन को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर दूसरा कार्यकाल दिए जाने को लेकर जारी अटकलों के बीच सूत्रों ने बताया कि उन्होंने बुधवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। रिजर्व बैंक में राजन का मौजूदा कार्यकाल इस साल सितंबर में समाप्त होने जा रहा है।
इससे पहले गवर्नर रघुराम राजन ने बुधवार को ही वित्तमंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी। समझा जाता है कि दोनों ने आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक से पहले वृहद आर्थिक स्थिति की समीक्षा की। हालांकि बैठक के बाद राजन ने चालू वित्त वर्ष की मौद्रिक नीति पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने इतना जरूर कहा कि वह करीब दो हफ्ते बाद संवाददाता सम्मेलन आयोजित करेंगे। जाहिर तौर पर उनका संकेत मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद आयोजित की जाने वाली परंपरागत संवाददाता सम्मेलन की ओर था, जो कि आगामी 7 जून को होनी है।
वित्तमंत्री अरुण जेटली के साथ रघुराम राजन की फाइल फोटो
गौरतलब है कि हाल के दिनों में बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी लगातार राजन पर प्रहार करते रहे हैं। स्वामी का राजन पर आरोप है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर जान-बूझकर भारतीय अर्थव्यवस्था को बरबाद कर रहे हैं। इसके साथ स्वामी का कहना था कि राजन ‘पूरी तरह से भारतीय नहीं’ हैं, क्योंकि उनके पास ग्रीन कार्ड (अमेरिकी नागरिकता) है। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य स्वामी ने इस महीने की शुरुात में प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर, राजन को आरबीआई गवर्नर पद से बर्खास्त करने का आग्रह किया था।
हालांकि इस बीच डॉ. राजन को भारी समर्थन भी मिल रहा है। चेंज. ओआरजी पर एक ऑनलाइन याचिका के जरिये पीएम मोदी से राजन को दूसरा कार्यकाल दिए जाने की गुजारिश की गई है। खबर लिखे जाने तक इस याचिका पर करीब 50,000 लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं।
याचिकाकर्ता राजेश पलेरिया ने डॉ. स्वामी द्वारा किए गए हमलों का जिक्र करते हुए राजन की नियुक्ति का पुरजोर ढंग से समर्थन किया है। अपनी याचिका में उन्होंने लिखा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को खतरे में डालने वाली लोकलुभावन चीज़ों से निपटते हुए उन्होंने बहुत ही बढ़िया काम किया है… भारत की विकास गाथा के लिए वह बेहद अहम हैं।
यूं तो राजन के खिलाफ स्वामी की टिप्पणियों पर बीजेपी ने अपना आधिकारिक रुख स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि बीजेपी प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल यह सवाल जरूर उठा चुके हैं कि आरबीआई के कदम कितने कारगर रहे हैं। वहीं इस मुद्दों को लेकर अमुल मक्खन का एक विज्ञापन भी सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान खींचा है।