
कांग्रेस के पुराने दलित वोट बैंक काे लुभाने और अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से लखनऊ में दलित अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है। पिछले दो दशक में दलित वोट बैंक बहुजन समाज पार्टी की ओर काफी हद तक खिसक गया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल खत्री (जिन्होंने ने हाल में भीम ज्योति यात्रा आयोजित की थी) अब टीम के साथ दलित अधिवेशन की तैयारियों में जुटे हैं। प्रदेश की 84 सुरक्षित सीटों से करीब एक हजार दलित नेताओं के अलावा लगभग 450 नवचिन्हित जमीनी नेता इस अधिवेशन में उपस्थित रहेंगे।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मारुफ खान ने बुधवार को यहां बताया कि गांधी एक दिवसीय अधिवेशन के समापन समारोह में शामिल होंगे। अधिवेशन में दलितों को पार्टी की ओर वापस लाने के लिए उपायों पर व्यापक विचार-विमर्श होगा। अधिवेशन में “अम्बेडकर का मिशन और क्रांग्रेस’’ विषय पर दलितों को सामाजिक और आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के बारे में भी विचार विमर्श होगा।खान ने कहा कि अधिवेशन में मुकुल वासनिक, के राजू और मधुसूदन मिस्त्री सरीखे वरिष्ठ पार्टी नेता भी भाग लेंगे। इस दौरान समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दलित विरोधी एजेंडे को भी उजागर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गांधी शाम चार बजे लखनऊ पहुंचेेेगे और हवाई अड्डे से कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए कांग्रेस के मुख्यालय जाएंगे। इस बीच रास्ते में जगह-जगह उनका स्वागत किया जाएगा। इस कार्यक्रम में आमंत्रण पर ही प्रवेश दिया जाएगा और इसमें पार्टी के सभी विधायक और राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष भाग लेंगे।
अधिवेशन में भाग लेने के बाद गांधी अमेठी रवाना हो जाएंगे जहां शुक्रवार की सुबह वह सलोन विधानसभा क्षेत्र में लोगों से बातचीत करेंगे। शाम को वह मुंशीगंज स्थित संजय गांधी स्मारक अस्पताल के अतिथि गृह में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। शनिवार को गांधी समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों से मुलाकात करेंगे। अमेठी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों में से चार अमेठी, जगदीशपुर,गौरीगंज और तिलोई विधानसभा क्षेत्र में आते हैं, जबकि सलोन विधानसभा क्षेत्र रायबरेली में है।