अहमदाबाद। ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने स्वीकार किया है कि भारतीय टीम को घरेलू परिस्थितियों में चुनौती देने के लिए ‘पूरी तरह से संपूर्ण (परफेक्ट)’ होना जरूरत होता है और उनकी टीम ने इस दौरे के बारे में जो सोचा था उसके मुकाबले इंदौर टेस्ट में दोगुना अधिक हासिल किया। चार मैचों की श्रृंखला के शुरुआती दो टेस्ट को तीन दिनों के अंदर हार कर बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला गंवाने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इंदौर टेस्ट मैच में शानदार वापसी की। टीम ने पहली गेंद से ही स्पिनरों की मददगार पिच पर भारत को नौ विकेट से करारी शिकस्त दी।मैकडॉनल्ड ने ‘ईएसपीन क्रिकइंफो’ से कहा, ‘‘आप जब भारत में खेलते हैं तो सफलता के लिए आपको संपूर्णता (परफेक्शन) हासिल करनी होती है उसके आसपास होना पड़ता है। मुझे लगता है 11 रनों के भीतर छह विकेट गंवाने के अलावा हम उस मैच में उस संपूर्णता के करीब रहे।’’
उन्होंने कहा कि इंदौर में टीम को किस्मत का भी साथ मिला। कोच ने कहा, ‘‘मार्नुस (लाबुशेन) नो बॉल पर बोल्ड हुए थे। इसके अलावा हमने अवसरों को भी बखूबी भुनाया। उस्मान (ख्वाजा) ने उड़ते हुए कैच लपका। लेग स्लिप पर (स्टीव) स्मिथ के कैच ने इस मुकाबले को जीतने में बड़ा योगदान है। दिल्ली टेस्ट से यदि हम तुलना करें तो स्मिथ ने पहली स्लिप और मैट रेनशॉ ने लेग स्लिप पर एक-एक कैच टपका दिया था। एक घंटे के खराब खेल से हमने सब कुछ गंवा दिया। अच्छा क्रिकेट खेलने के बावजूद हमें इसकी कीमत टेस्ट मैच गंवा कर चुकानी पड़ी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस दौरे के लिए हमने जो सोचा था इंदौर में उसका दोगुना हासिल करने में सफल रहे।