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‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान के तहत शहीदों के आंगन की मिट्टी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर पहुंचेगी

देश के वीर सपूतों द्वारा अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए खास कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत शहीदों के आंगन की मिट्टी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर पहुंचेगी। यहां अमृत वाटिका में इस मिट्टी का प्रयोग किया जायेगा।

इसी कड़ी में देश भर में नौ अगस्त से देशव्यापी कार्यक्रम मेरी माटी मेरा देश शुरू किया है। वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने के लिए 9 अगस्त 2023 से देश के अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत राष्ट्र के रक्षक वीरों को सम्मानित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत कारगिल युद्व में शहीद हुए जवानों, स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों, ऑन ड्यूटी जिनकी मौत हुई या आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के आंगन से मिट्टी एकत्र की जाएगी। इन शहीदों में देश के पहले सीडीएस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत के आंगन से भी मिट्टी ली जाएगी। केंद्र सरकार की पहल पर गांव, पंचायत, प्रखंड, शहरी स्थानीय निकाय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।

 

देश भर में जारी अमृत कलश यात्रा की खासियत है कि देश के सभी क्षेत्रों से पचहत्तर हजार कलशों में मिट्टी को भरकर दिल्ली लाया जाएगा। देशभर से आई इसी मिट्टी से दिल्ली में अमृत वाटिका तैयार होगी। ये अमृत वाटिका देश के लिए अमूल्य धरोहर होगी, जिसका निर्माण नेशनल वॉर मेमोरियल के पास होना है। ये अमृत वाटिका’ ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भी बहुत ही भव्य प्रतीक बनेगी। बता दें कि दिल्ली से अमृत कलश यात्रा का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने किया था। इस यात्रा की शुरुआत के मौके पर उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ एक आम कार्यक्रम नहीं बल्कि आपके भविष्य के साथ जोड़ने का एक अहम जरिया है। इस दौरान अमित शाह ने मिट्टी नाम का एक खास गाना भी जारी किया था।

 

वहीं देश भर से कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे लोगों को अमृत कलश भी प्रदान किए थे। इस यात्रा का शुभारंभ करने के दौरान अमित शाह ने कहा कि अट्ठारह सौ सत्तावन से लेकर उन्नीस सौ सैंतालीस तक यानी कुल 90 वर्षों तक स्वतंत्रता संग्राम जारी रहा था। इस दौरान सैकड़ों लोगों को अपना जीवन न्योछावर करना पड़ा था और अपना सर्वस्व बलिदान देना पड़ा था। उन्होंने कहा कि जब कोई भारतीय भारत माता की जय बोलता है तब वह अपनी माटी की जय का नारा लगाता है। इस जय का नारा लगाने के लिए लाखों लोगों को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी थी।

 

‘आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो लाख से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाया। इससे राष्ट्रभक्ति की भावना देशवासियों में फिर से संचारित हुई है। गौरतलब है कि आजादी के अमृत महोत्सव का समापन ‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम से किया जाएगा। मेरी माटी-मेरा देश एक ऐसा कार्यक्रम है जिसके जरिए हर परिवार, व्यक्ति, नागरिक और बच्चा भी भारत को महान राष्ट्र बनाने में अपना सहयोग अपना अहम और मूल्यवान योगदान दे सकता है। बता दें कि शहीद वीर वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए केंद्र सरकार के आह्वान पर ये कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसके तहत देश में अमर बलिदानियों की याद में कई कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।

 

बता दें कि इन सभी विभूतियों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में खास तौर से शिलालेख स्थापित होंगे। ‘आजादी के अमृत महोत्सव के समापन अभियान के तहत ही देश में ‘अमृत कलश यात्रा’ निकाली जा रही है। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते वर्ष लाल किले से अगले 25 वर्षों के अमृत काल के लिए पंच प्राण का जिक्र किया था। इसी पंच प्राण को हासिल करने के लिए ‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम में लोग शपथ भी ले रहे है।

 

लाल किले से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से अपील की थी कि सभी देश की पवित्र मिट्टी को हाथ में लेकर शपथ लें और उसकी सेल्फी को yuva.gov.in पर जरुर upload करें। इस अभियान का आह्वान होने के बाद अब देश भर में ये अभियान एक सितंबर से जारी है जो कि 30 सितंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान वार्ड, गांव, हर घर से मिट्टी को इकट्ठा किया जाएगा। इसके बाद एक से 13 अक्टूबर तक प्रखंड स्तर पर और फिर राज्य स्तर पर इस मिट्टी के साथ कलश यात्रा निकाली जाएगी। इस कलश यात्रा का समापन 22-27 अक्टूबर के दौरान उस समय होगा जब देश भर से मिट्टी दिल्ली पहुंचेगी। इस मिट्टी से ही अमृत वाटिका का निर्माण किया जाएगा जो कि नेशनल वॉर मेमोरियल के पास बनाया जाएगा। इसे मूल रूप से एक भारत श्रेष्ठ भारत के प्रतीक के तौर पर पेश किया जाएगा।