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लखनऊ में सनसनीखेज वारदात: रिटायर्ड दरोगा के इकलौते बेटे अंकित यादव की गला रेतकर हत्या, आम के बाग में खून से लथपथ मिला शव

लखनऊ लखनऊ में सरोजनीनगर में पिपरसंड रेलवे स्टेशन के पास  दिनदहाड़े रिटायर्ड दरोगा के इकलौते बेटे अंकित यादव की गला रेतकर हत्या कर दी गई। स्टेशन से कुछ दूरी पर आम के बाग में खून से लथपथ औंधे मुंह उसका शव पड़ा मिला।

लखनऊ में सरोजनीनगर में पिपरसंड रेलवे स्टेशन के पास रविवार को दिनदहाड़े रिटायर्ड दरोगा के इकलौते बेटे अंकित यादव (35) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। स्टेशन से कुछ दूरी पर आम के बाग में खून से लथपथ औंधे मुंह उसका शव पड़ा मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस अफसर मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। घटनास्थल से खून से सना चाकू, हेलमेट , पर्स और एक मोबाइल बरामद हुआ। कुछ दूरी पर अंकित की बुलेट खड़ी मिली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अंकित अमौसी एयरपोर्ट पर टेक्निशियन(संविदाकर्मी) थे।

सरोजनीनगर के बेहसा गांव निवास विजय प्रकाश पुलिस विभाग से दरोगा के पद से रिटायर्ड हैं। विजय के मुताबिक 14 जुलाई को अंकित केदारनाथ से वापस लौटा था। वहां पर उसका मोबाइल गुम हो गया था। जिसकी शिकायत दर्ज कराने की बात कहकर रविवार सुबह करीब 11 बजे अंकित सरोजनीनगर थाने जाने के लिए घर निकला था। कई घंटे बीतने के बाद भी वह वापस नहीं लौटा। इस बीच शाम करीब चार बजे पुलिस को सूचना मिली कि पिपरसंड स्टेशन के पास एक बाग में युवक का शव पड़ा मिला है। छानबीन में सामने आया कि शव अंकित का है। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना। तब वह थाने पहुंचे। पुलिस रंजिश, आशनाई समेत अन्य पहलुओं पर तफ्तीश कर रही है।

आधार कार्ड से हुई शिनाख्त
फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच पड़ताल की। अंकित के पास से उसका आधार कार्ड मिला था। जिसके जरिये उसकी शिनाख्त हुई। जब पुलिस ने उसके परिवार वालाें से संपर्क किया, उस दौरान वह अंकित को लेकर परेशान थे। उनका कहना था कि अगर कुछ देर और जानकारी न मिलती तो वह खुद ही थाने आने वाले थे।

रूट के खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज
जो रूट घटनास्थल तक जाता है, उस पर लगे सीसीटीवी फुटेज पुलिस जुटा रही है। जिससे पता चल सके कि अंकित अकेले गया था या कोई और भी था। फुटेज से और भी सुराग लगाने का प्रयास किया जा रहा है। सर्विलांस टीम भी तफ्तीश कर रही है। डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने बताया कि परिजनों ने किसी पर कोई शक नहीं जताया है। न किसी से रंजिश की बात बताई है। इसलिए हर एक पहलू को गंभीरता से देखा जा रहा है।

आखिर किसका मोबाइल है?
विजय ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान अंकित का मोबाइल खो गया था। लेकिन, घटनास्थल से एक मोबाइल बरामद हुआ है। इस बारे में जब पुलिस ने विजय पूछा तो उनका कहना था कि ये मोबाइल किसका है इसकी जानकारी नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ये मोबाइल अंकित का ही है, जिसे शायद कुछ वक्त के लिए चला रहा हो। या फिर जिसने वारदात को अंजाम दिया, उसका है। फिलहाल पुलिस ने मोबाइल कब्जे में ले लिया है। नंबर आदि की जानकारी कर डिटेल पता कर रही है। इससे सुराग लगाने प्रयास पुलिस कर रही है।

आखिर स्टेशन तक तक क्यों गया अंकित, करीबी पर शक, बुलाया और मार दिया
रिटायर्ड दरोगा के बेटे अंकित यादव की हत्या के मामले में सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर वह पिपरसंड स्टेशन क्यों गया। क्योंकि वह सरोजनीनगर थाने जाने के लिए घर से निकला था। आशंका है कि किसी परिचित ने उसे बुलाया। बातचीत करते हुए बाग की तरफ ले गया। अचानक से पीछे की तरफ से पकड़कर चाकू से गला रेत दिया। इसके बाद अंकित औंधे मुंह वहीं पर गिर गया। इन सभी पहलुओं पर पुलिस तफ्तीश कर रही है।

दरअसल अंकित की बुलेट शव से कुछ दूरी पर सुरक्षित खड़ी मिली। चूंकि सरोजनीनगर थाने से घटनास्थल की दूरी करीब आठ किमी. है। ऐसे में जबरन अंकित को वहां ले जाना संभव नहीं है। न ही ऐसे कोई साक्ष्य मिले हैं। स्पष्ट है कि वह खुद ही बुलेट से वहां पहुंचा। चूंकि उसका कोई काम वहां नहीं था। इसलिए शक है कि किसी परिचित या करीबी ने उसको बुलाया। सूत्रों के मुताबिक जो एप्लीकेशन अंकित थाने में देने के लिए लिखी थी वह भी उसके पास मिली। मतलब घर से निकलने के बाद थाने गया ही नहीं था।

एक साल पहले हुई थी शादी
विजय की बेटी की शादी हो चुकी है। अंकित उनका इकलौता बेटा था। एक साल पहले शुक्लागंज निवासी वंदना से अंकित की शादी हुई थी। अंकित की हत्या की खबर सुनते ही परिजन स्तब्ध रह गए। पिता व अन्य लोग थाने पहुंचे। सभी का यही कहना था अंकित की किसी से कोई दुश्मनी नहीं था। ऐसे में क्यों कोई हत्या करेगा।
दो साल पहले दुबई से लौटा था अंकित

परिजनों ने बताया कि अंकित कई सालों तक दुबई में रहकर नौकरी की थी। दो साल पहले ही वह वापस लौटा था। तब से अमौसी एयरपोर्ट पर संविदा पर बतौर टेक्नीशियन काम कर रहा था। पुलिस अंकित के करीबियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। मारना ही मकसद था अंकित की बुलेट, पर्स आदि वहीं से मिला है। साफ है कि लूटपाट नहीं हुई है। मतलब अंकित की हत्या करना ही मकसद था। इसलिए रंजिश या आशनाई में वारदात को अंजाम दिए जाने का सबसे अधिक शक है।