मऊ। स्थापना दिवस पर महिलाओं के उत्थान के लिए कार्यरत महिलाओं को सम्मान व संगोष्ठी का आयोजन संस्था के अंतर्गत किया गया। इस अवसर पर सम्मान संगोष्ठी में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए समर्थ नारी समर्थ भारत की राष्ट्रीय संयोजिका निरा सिंहा वर्षा ने राष्ट्रीय स्तर पर संस्था के द्वारा किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाएं ही समाज की धरोहर है उन्हें हम सम्मान देकर इतिहास बना सकते हैं,महिलाओं को संगठित कर उनके अधिकार की रक्षा के लिए हम सब एकजुट होकर आगे आकर उनके सम्मान को बरकरार रखने की चुनौती हम महिलाओं के ऊपर है इसे बरकरार रखने की जरूरत है आज महिलाएं सशक्त हो रही है और वे अपने अधिकार और सम्मान के लिए समाज में एक उचित स्थान भी हासिल कर रही है उसे एक कदम और आगे बढ़ाने के लिए हमारी संस्था द्वारा सहयोग और प्रेरित हर राज्य की बहने कर रही हैं जिससे नारी शक्ति आत्मनिर्भर होकर सांस्कृतिक राजनीति समाज सेवा शिक्षा व्यवसाय सेना समेत सभी क्षेत्रों में स्थापित कर पूरी दुनिया को लोहा बना चुकी हैं।
मुख्य अतिथि क्षिप्रा पाल अपने संबोधन मे कहा कि वैश्विक स्तर पर महिलाओ को शैक्षिक सामाजिक एवं आर्थिक स्तर पर भी सशक्त करने का प्रयास चल रहा है,महिलाओ को जागरूकता के साथ ही अपनी क्षमता को विकसित करने की आवश्यकता है।जिला संयोजिका विनीता दीक्षित पांडेय ने कहा कि आज भारतीय संस्कृत में महिलाएं हर समय पूजनीय है परिवार की पहली गुरु नारी ही होती है जो पूरे परिवार का दिशानिर्देश करती है उसी तरह से राष्ट्र भी हमारा परिवार है और महिलाओं की भागीदारी पूरे क्षेत्र में हो तो परिवार की तरह देश भी आगे बढ़ेगा नारी उत्थान के यह संगठन हमेशा प्रयासरत रहा जिसके नतीजे कुछ क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं।यदि नारी समर्थ होगी तो सामाजिक संरचना भी सुदृढ़ होगी। संगठन की जिला महा सचिव नूपुर अग्रवाल ने कहा कि आने वाला समय नारी के समर्थ होने से ही उज्जवल हो सकता है यहां उपस्थित सभी नारियां अपने क्षेत्र में समर्थ होते हुए समाज को एक नया आयाम दे रहीं हैं संगठन की मीडिया प्रभारी प्रीतुलता पांडेय ने कहा कि यहां की सभी महिलाएं किसी एक क्षेत्र में ना होकर विभिन्न क्षेत्र में अपनी भागीदारी बखूबी निर्वहन कर रही हैं और समाज को लाभान्वित कर अपना सहयोग दे रही है। डॉ नम्रता श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं का यह एक ऐसा संगठन है जो पूरे देश में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में प्रयास करता है चाय व कुटीर उद्योग के माध्यम से हो या शिक्षण संस्थान में हो। इस अवसर पर महिलाओं को अंग वस्त्र व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।समारोह में सम्मानित और अपनी बातें रखने वाली महिलाएं में विशिष्ट अतिथि गायत्री सिंह कुशवाहा,सरिता शास्त्री,कुसुम चौवे,ब्रह्मकुमारी,मीना अग्रवाल,रूचिका मिश्रा,किरण बनरवाल मधुलिका राय,गीता पांडेय,संगीता द्विवेदी,आभा त्रिपाठी ,प्रीतुलता पाण्डेय विना गुप्ता,कृष्णा खंडेलवाल,मीना अग्रवाल,सुनीता पांडेय,नीलम तिवारी,सरल टंडल,रागिनी कथावाचक,पूजा राय उत्तरा सिह,पूनम पांडेय,दुर्गावती मिश्रा,ज्योति सिह, आदि रहीं। समर्थ नारी की महिलाओ कीनारी सशक्तिकरण पर गुनगुन खंडेलवाल ने अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत कर सभी को भाव विभोर कर दिया। समर्थनारी की तरफसे एक बच्ची (नेहा) को गोद लेकर जीवनभर भरण-पोषणका संकल्प लिया।आंचल,मेधा ,वाची,सानवी आदि बच्चो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।कार्यक्रम का संचालन नूपुर अग्रवाल ने किया।अंत मे विशिष्ट सलाहकार सभी का आभार व्यक्त किया।