रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि इस वक्त ऐसा कुछ नहीं है जिसके कारण रूस में मार्शल लॉ लगाना पड़े। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही थी कि रूस में मार्शल लॉ लगाया जा सकता है।
नहीं है मार्शल लॉ लगाने जैसे हालात
पुतिन ने कहा मार्शल लॉ उस देश में लगाया जाता है जहां बाहरी हमला होता है। उन्होंने कहा कि वह रूस में ऐसी कोई स्थिति नहीं देख रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि ऐसे हालात पैदा भी न हो।
तीसरे पक्ष को नहीं जाएगा स्वीकारा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह भी कहा कि किसी तीसरे पक्ष द्वारा यूक्रेन के ऊपर No Fly Zone घोषित करने को मॉस्को युद्ध में शामिल होना करार देगा। महिला पायलटों के साथ मीटिंग में शनिवार को पुतिन ने कहा कि इस दिशा में उठाए गए किसी भी कदम को रूसी एक बाहरी दखल मानेगा और रूसी सेना के प्रति खतरे के तौर पर देखेगा। उन्होंने कहा उस क्षण में हम उन्हें सैन्य संघर्ष में शामिल मानेंगे और इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि वे किस के सदस्य हैं
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने NATO से कही ये बात
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने NATO से गुजारिश की है कि उनके ऊपर के वायु क्षेत्र को No FLy Zone घोषित किया जाए। NATO का कहना है कि ऐसा घोषित करने से यूक्रेन के ऊपर सभी अधिकृत विमानों पर पाबंदी लग जाएगी। जिससे परमाणु अस्त्रों से लैस रूस के साथ यूरोपीय देशों की बड़े स्तर पर जंग छिड़ जाएगी।
सिंगापुर ने भी किया रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का ऐलान
आपको बता दे बीते कत सिंगापुर सरकार ने यूक्रेन पर हमला करने को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का ऐलान किया है और वह दक्षिण पूर्व एशिया में ऐसा करने वाले कुछ सरकारों में शामिल हो गई है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है सभी देशों चाहे वह बड़े हो या छोटे की संप्रभुता राजनीतिक स्वतंत्रता एवं क्षेत्रीय अखंडता का अवश्य ही सम्मान किया जाना चाहिए। इसमें कहा गया है कि इन प्रतिबंधों का लक्ष्य छोड़ने या साइबर अटैक की रूस की क्षमता को कमजोर करना है।