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आगरा में सत्संगियों का बवाल: सत्संगियों ने चारों तरफ से पुलिस को घेरकर लाठी.डंडे और पत्थर बरसाए, किशोरों और महिलाओं को किया आगेए डर से फफक पड़ी बच्ची

आगरा आगरा में अवैध कब्जा हटाने गई पुलिस-प्रशासन की टीम पर राधास्वामी सत्संग सभा के सत्संगियों ने हमला बोल दिया। सत्संगियों ने चारों तरफ से पुलिस को घेरकर लाठी-डंडे और पत्थर बरसाए। इसमें सीओ और कई पुलिसकर्मी समेत 40 लोग घायल हो गए। बुलडोजर, ट्रक और ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त कर दिए। हमलावर कंटीले हथियार लेकर आए थे।

संयम, धैर्य और सत्संग। इनको मानने वाले सत्संगियों ने जमीन के लिए सिद्धांतों को तिलांजलि दे दी। मासूमों को ढाल बनाकर पुलिस-प्रशासन पर पथराव किया। उनका यह रूप देख लोग अचंभित दिखे। लोगों ने कहा कि ये कैसे अनुयायी हैं, जिनके लिए जमीन से सस्ती मासूमों, महिलाओं की जान है।

चर्चा के मुताबिक रात में ही तय हुआ कि बच्चे, छात्र-छात्राएं, महिलाओं को आगे रखकर पीछे से सत्संगी मोर्चा लेंगे। हुआ भी यही, जब शाम को फोर्स गेट हटाने पहुंची। बवाल बढ़ने पर कुछ महिलाएं, बच्चे दहशत में आ गए और रोने लगे।

आठ साल की बच्ची भयभीत होकर सुबकने लगी। उसके सिर पर पर भी डंडा लग गया। इसके बावजूद सत्संगियों ने बच्चों और महिलाओं को प्रदर्शन से हटने के लिए नहीं कहा और लाउडस्पीकर से मोर्चे पर डटे रहने का एनाउंस करते रहे।

पदाधिकारियों को दी थी जिम्मेदारी
सत्संगियों की रणनीति में पदाधिकारियों को बच्चे और महिलाओं को जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी। कहा था कि व्हाट्सएप पर संदेश जाते ही एकजुट हो जाना है। फोर्स देख संदेश भेजते ही 10 मिनट में भीड़ जुट गई।

सत्संगियों की मंशा साफ हो गई
किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह ने कहा कि बच्चों और महिलाओं की जान जोखिम में डाल दी। इससे उनकी मंशा साफ हो गई कि इनके लिए जमीन और संपत्ति ही मायने रखती है। संस्था अपने धार्मिक निष्ठा से भटक गई है। शांति का संदेश देने वाले बने हिंसक बन गए और कइयों की जान खतरे में डाल दी।

सीबीआई से जांच करवाने के लिए करेंगे अनशन
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि किसानों की जमीन और अवैध कब्जा हटाने आई पुलिस व प्रशासन पर पथराव कर लहूलुहान कर दिया। ये किसी धार्मिक संस्था के कृत्य नहीं हो सकते हैं। मेरी सरकार से मांग है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए, इसके लिए अनशन करेंगे।

सत्संगियों का हमला, 12 पुलिस कर्मियों समेत 40 घायल
आपको बता दें कि आगरा में राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग के अवैध कब्जा कर बनाए गेट को रविवार की शाम तीसरी बार हटाने पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम पर सत्संगियों ने हमला बोल दिया। पुलिस को चारों ओर से घेरकर पथराव किया, जिसमें 12 पुलिसकर्मियों समेत 40 लोग घायल हो गए।

शनिवार को प्रशासन ने टेनरी पर गेट नंबर 8 और श्मशान घाट रोड पर बनी दीवार और गेट को ढहाया था, लेकिन दो बार ढहाने के बाद रात में सत्संगियों ने गेट पर तार लगा दिए थे। पथराव में नगर निगम का बुलडोजर, ट्रक और ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो गए।

इस मामले में भी प्रशासन और पुलिस की ओर से सत्संगियों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। वहीं शाम को सत्संग सभा को अपने दस्तावेज दिखाने के लिए सोमवार तक का समय दिया गया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा की ओर से सड़कों को घेरकर बनाए गए 6 गेट तोड़े थे। जिसमें 16 बीघा 9 बिस्वा जमीन खाली कराई गई थी।

सत्संग सभा ने रात में फिर गेट लगा दिए, कंटीले तारों की बाड़ लगा दी। रविवार सुबह सत्संगियों को गेट नंबर 8 टेनरी पर पहुंचने के लिए मैसेज जारी किए गए। पुलिस प्रशासन शाम को 4 बजे जब फिर से गेट तोड़ने के लिए पहुंचा तो हजारों सत्संगी पहुंच गए। कई के हाथों में धारदार कंटीले हथियार थे। बुलडोजर आगे बढ़ते ही सत्संगियों ने पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि महिलाओं और बच्चों को आगे रखकर सत्संगियों ने पुलिस और प्रशासन पर पत्थर बरसाए।