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पाकिस्तानः पूर्व पीएम पवरेज मुर्शरत ने 79 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया है। पाकिस्तान मीडिया ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। परवेज मुशर्रफ लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका दुबई के अस्पताल में इलाज चल रहा था। परवेज मुशर्रफ को दिल और उम्र संबंधित कई बीमारियां थी।

परवेज मुशर्रफ के कारण ही वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध की शुरुआत हुई थी। वर्ष 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बिना बताए ही उन्होंने युद्ध की शुरुआत की थी। मुशरर्फ ने नवाज शरीफ को अंधेरे में रखते हुए इस युद्ध का आगाज किया था, जिसका अंजाम पाकिस्तान की हार से हुआ था।

इसके बाद सेना अध्यक्ष के पद पर रहते हुए उन्होंने तख्तापलट कर पाकिस्तान में मार्शल लॉ भी घोषित किया था। बता दें कि परवेज मुशर्रफ ने वर्ष 1999 में उस वक्त सैन्य तख्तापलट किया जब नवाज शरीफ श्रीलंका में थे। बाद में उन्होंने खुद को पाकिस्तान का राष्ट्रपति घोषित कर दिया था। इस घटना को परवेज मुशर्रफ ने 12 अक्टूबर 1999 को अंजाम दिया था।

बता दें कि ये एक रक्त विहीन क्रांति थी जिसमें परवेज मुशर्रफ के कहने पर नवाज शरीफ पर कई गंभीर आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। नवाज शरीफ पर परवेज मुशरर्फ के विमान का अपहरण करने और आतंकवाद फैलाने का आरोप लगा था। इसके बाद उनके परिवार के 40 सदस्यों को सऊदी अरब भेजा गया था। बता दें कि नवाज शरीफ ने आम चुनावों में जीत दर्ज की थी जिसके बाद वो लोकतांत्रिक तरीके से प्रधानमंत्री बने थे। बता दें कि नवाज शरीफ ने जनरल परवेज मुशर्रफ को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाया था।

दिल्ली में हुआ था जन्म
जानकारी के मुताबिक परवेज मुशर्रफ का जन्म दिल्ली के दरियागंज में 11 अगस्त 1943 को हुआ था। वर्ष 1947 में उनका परिवार विभाजन के समय पाकिस्तान चला गया। उनके पिता सईद ने नए पाकिस्तान सरकार के विदेश मंत्रालय में काम किया था।

मुशर्रफ को मिली थी फांसी की सजा
जानकारी के मुताबिक परवेज मुशर्रफ को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई थी। पाकिस्तान के इतिहास में ये पहला मौका था जब किसी व्यक्ति को ऐसी सजा सुनाई गई हो। हालांकि वर्ष 2016 से मुशर्रफ दुबई में रह रहे थे, ऐसे में उन्हें फांसी नहीं हुई थी।