नई दिल्ली। जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार को नारेबाजी के आरोपी स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार ने सुप्रीम कोर्ट ने बेल पिटीशन दायर की। राहुल गांधी कांग्रेस डेलिगेशन के साथ प्रेसिडेंट से मिलने पहुंचे। कोर्ट कॉम्प्लेक्स में सीपीआई एक्टिविस्ट को पीटने के आरोपी बीजेपी एमएलए ओपी शर्मा को अरेस्ट हुए। बाद में उन्हें बेल मिल गई। यह भी खुलासा हुआ कि कन्हैया पर केस एक चैनल के वीडियो फुटेज के आधार पर दायर हुआ था।
1. आठ घंटे हुई शर्मा से पूछताछ
– पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर बीते सोमवार सीपीआई के एक एक्टिविस्ट से मारपीट करने के आरोपी शर्मा सुबह तिलक मार्ग थाने पहुंचे।
– पहली बार विधायक बने शर्मा को पुलिस ने समन भेजा था।
– पुलिस ने सुबह 11 बजे उनसे पूछताछ शुरू की जो 8 घंटे चली।
– शाम को उन्हें गिरफ्तार किया गया लेकिन तुरंत बेल भी मिल गई।
– बेल मिलने के बाद शर्मा ने कहा- अब तक मीडिया ट्रायल चल रहा था। स्टूडियो में जज बैठकर अपना जजमेंट दे रहे थे। अगर हमारे देश में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे लोगों को रोकने वालों के साथ ऐसा हो सकता है तो यह शर्मनाक है।
– पहली बार विधायक बने शर्मा को पुलिस ने समन भेजा था।
– पुलिस ने सुबह 11 बजे उनसे पूछताछ शुरू की जो 8 घंटे चली।
– शाम को उन्हें गिरफ्तार किया गया लेकिन तुरंत बेल भी मिल गई।
– बेल मिलने के बाद शर्मा ने कहा- अब तक मीडिया ट्रायल चल रहा था। स्टूडियो में जज बैठकर अपना जजमेंट दे रहे थे। अगर हमारे देश में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे लोगों को रोकने वालों के साथ ऐसा हो सकता है तो यह शर्मनाक है।
2. कन्हैया के खिलाफ केस वीडियो फुटेज के बेस पर दायर हुआ
– न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जेएनयू में 9 फरवरी को अफजग गुरु के सपोर्ट में हुए प्रोग्राम के दौरान मौके पर तीन पुलिसवाले मौजूद थे। इसके बावजूद स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार के खिलाफ केस एक न्यूज चैनल के वीडियो फुटेज के आधार पर दायर किया गया।
– चैनल ने 10 फरवरी को फुटेज चलाया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने फुटेज मांगा और केस दायर किया।
– चैनल ने 10 फरवरी को फुटेज चलाया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने फुटेज मांगा और केस दायर किया।
3. राहुल ने कहा- देशप्रेम मेरे खून में है
– कांग्रेस डेलिगेशन के साथ प्रेसिडेंट से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘‘देशप्रेम मेरे खून और दिल में है। जो देश विरोधी नारे लगा रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। जेएनयू और सारे स्टूडेंट्स को बदनाम नहीं किया जा सकता।”
– बता दें कि देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में राहुल जेएनयू गए थे।
– बीजेपी ने सवाल उठाया था कि देश विरोधी नारे लगाने वालों का राहुल कैसे सपोर्ट कर सकते हैं।
– बता दें कि देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में राहुल जेएनयू गए थे।
– बीजेपी ने सवाल उठाया था कि देश विरोधी नारे लगाने वालों का राहुल कैसे सपोर्ट कर सकते हैं।
4. कन्हैया कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई पिटीशन
– इस बीच, देश विरोधी नारेबाजी के आरोपी और तिहाड़ जेल में बंद जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के नेता कन्हैया कुमार ने बेल के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई।
– सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। साथ ही पटियाला हाउस कोर्ट में मारपीट और हंगामे को लेकर कोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार किया।
– सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम लॉ एंड ऑर्डर को लेकर चिंतित हैं। हमारी इस पर नजर है।
– छह वकीलों के पैनल ने सुप्रीम कोर्ट काे पटियाला हाउस कोर्ट के हालात पर अपनी रिपोर्ट भी सौंपी।
– इस बीच, सेंट्रल मिनिस्टर किरन रिजिजू ने कहा, ‘‘कन्हैया देशद्रोही गिरोह का नेता है। उसके खिलाफ सबूत हैं। देशद्रोह का मामला नहीं हटेगा।”
– सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। साथ ही पटियाला हाउस कोर्ट में मारपीट और हंगामे को लेकर कोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार किया।
– सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम लॉ एंड ऑर्डर को लेकर चिंतित हैं। हमारी इस पर नजर है।
– छह वकीलों के पैनल ने सुप्रीम कोर्ट काे पटियाला हाउस कोर्ट के हालात पर अपनी रिपोर्ट भी सौंपी।
– इस बीच, सेंट्रल मिनिस्टर किरन रिजिजू ने कहा, ‘‘कन्हैया देशद्रोही गिरोह का नेता है। उसके खिलाफ सबूत हैं। देशद्रोह का मामला नहीं हटेगा।”
वकीलों ने दी थी धमकी- कन्हैया को जिंदा जला देंगे
– एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बवाल करने वाले वकीलों ने धमकी दी थी कि पेशी के दौरान वे स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार को जिंदा जला देंगे।
– इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के हवाले से मेल टुडे की खबर में दावा किया गया है कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के सपोर्ट में कई यूनिवर्सिटी में शो होने वाला था।
– जेएनयू का स्टूडेंट यूनियन लीडर उमर खालिद इसकी तैयारी कर रहा था।
– खालिद ने अपनी टीमें भी अलग-अलग शहरों में भेजी थी।
– हालांकि, आईबी की रिपोर्ट में देशद्रोह के आरोप में अरेस्ट एक और स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार का नाम नहीं है।
– इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के हवाले से मेल टुडे की खबर में दावा किया गया है कि संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के सपोर्ट में कई यूनिवर्सिटी में शो होने वाला था।
– जेएनयू का स्टूडेंट यूनियन लीडर उमर खालिद इसकी तैयारी कर रहा था।
– खालिद ने अपनी टीमें भी अलग-अलग शहरों में भेजी थी।
– हालांकि, आईबी की रिपोर्ट में देशद्रोह के आरोप में अरेस्ट एक और स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार का नाम नहीं है।
24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है कन्हैया
– दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद कन्हैया की सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए पुलिस को बुधवार को खास निर्देश दिए थे।
– जेल में कन्हैया को 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी में रखा जा रहा है।
– वहीं, बिहार के बेगुसराय के बीहट में कन्हैया के गांव की सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है।
– वहीं, बिहार के बेगुसराय के बीहट में कन्हैया के गांव की सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है।
SAR गिलानी को 14 दिन के लिए ज्युडिशयल कस्टडी में भेजा
– दिल्ली स्थित प्रेस क्लब में देश विरोधी नारेबाजी के आरोप में DU के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी को 14 दिनों में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
– गुरुवार को उन्हें चाणक्यपुरी स्थित डिप्लोमेटिक सिक्योरिटी फोर्स के ऑफिस में पेश किया गया था।
– सूत्रों के मुताबिक पेशी के दौरान गिलानी से कुछ सवाल -जवाब भी किए गए। जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें ज्युडियल कस्टडी में भेज दिया।
– इससे पहले उन्हें 16 फरवरी को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था, जिसका टाइम आज खत्म हो रहा था।
– गौरतलब है कि एसएआर गिलानी को राष्ट्रद्रोह के केस में अरेस्ट किया गया है।
– गुरुवार को उन्हें चाणक्यपुरी स्थित डिप्लोमेटिक सिक्योरिटी फोर्स के ऑफिस में पेश किया गया था।
– सूत्रों के मुताबिक पेशी के दौरान गिलानी से कुछ सवाल -जवाब भी किए गए। जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें ज्युडियल कस्टडी में भेज दिया।
– इससे पहले उन्हें 16 फरवरी को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था, जिसका टाइम आज खत्म हो रहा था।
– गौरतलब है कि एसएआर गिलानी को राष्ट्रद्रोह के केस में अरेस्ट किया गया है।
कोर्ट में कन्हैया से मारपीट, भीड़ ने SC के वकीलों को पाकिस्तान का एजेंट कहा…
– जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में अरेस्ट स्टूडेंट यूनियन के लीडर कन्हैया कुमार को बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया।
– आरोप है कि कन्हैया और खालिद ने 9 फरवरी को जेएनयू में कल्चरल इवनिंग के नाम पर एक प्रोग्राम किया, जिसमें अफजल गुरु और कश्मीर की आजादी के सपोर्ट में नारेबाजी की गई।
– कोर्ट ने उसे 2 मार्च तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। पेशी के दौरान उसके साथ मारपीट हुई। कुछ जर्नलिस्ट से भी हाथापाई हुई।
– कन्हैया की पेशी के वक्त हंगामे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पांच वकीलों का एक ग्रुप पटियाला हाउस कोर्ट में भेजा था।
– इन वकीलों में कपिल सिब्बल, राजीव धवन, दुष्यंत दवे, एडीएन राव और अजीत सिन्हा शामिल थे।
– हालांकि, पटियाला हाउस कोर्ट में हंगामे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वहां कुछ देर के लिए सुनवाई टालने को कहा।
– बाद में सुनवाई बहाल हुई और कन्हैया कुमार को 2 मार्च तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया।
– पटियाला हाउस कोर्ट से लौटने के बाद सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने कहा, ”कोर्ट में भीड़ ने हमें पाकिस्तान का दल्ला कहा। हमें गालियां दी गईं। कोर्ट में हालात बदतर थे। पैनल के साथ मारपीट की कोशिश की गई।”
– पटियाला हाउस कोर्ट से लौटने के बाद सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने कहा, ”कोर्ट में भीड़ ने हमें पाकिस्तान का दल्ला कहा। हमें गालियां दी गईं। कोर्ट में हालात बदतर थे। पैनल के साथ मारपीट की कोशिश की गई।”
अफजल के सपोर्ट में कैसे देश की यूनिवर्सिटीज में शो करने वाला था खालिद?
– मेल टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, खालिद ने अफजल के सपोर्ट में प्रोग्राम के लिए बड़ी साजिश रची थी। उसने इसके लिए कश्मीर से एक टीम बुलाई थी।
– बताया जा रहा है कि जेएनयू कैम्पस में नारेबाजी के दौरान इस टीम के लड़कों का रोल था। कश्मीर से आए इन लड़कों को जेएनयू में रखा गया था।
– खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, उमर के तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा से रिश्ते हैं।
कौन है उमर खालिद?
– डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन का नेता उमर महाराष्ट्र का रहने वाला है।
– खालिद ने ही 9 फरवरी को संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु की बरसी पर प्रोग्राम करवाया था।
– प्रोग्राम की इजाजत रद्द होने के बाद जब डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन और लेफ्ट के लोग जेएनयू में मार्च कर रहे थे, तब उमर उनकी अगुआई कर रहा था।
– बताया जाता है कि जिस वक्त नारे लग रहे थे, उमर न केवल वहां मौजूद था, बल्कि जेएनयू प्रशासन और एबीवीपी के खिलाफ उसने ही नारेबाजी शुरू की थी।
– कन्हैया कुमार के साथ भी उसे कई वीडियो में देखा गया।
– 11 फरवरी को जब एबीवीपी के खिलाफ लेफ्ट के स्टूडेंट्स यूनियन प्रदर्शन कर रही थी, तो उस वक्त उमर और कन्हैया एक साथ थे।
– खालिद ने ही 9 फरवरी को संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु की बरसी पर प्रोग्राम करवाया था।
– प्रोग्राम की इजाजत रद्द होने के बाद जब डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन और लेफ्ट के लोग जेएनयू में मार्च कर रहे थे, तब उमर उनकी अगुआई कर रहा था।
– बताया जाता है कि जिस वक्त नारे लग रहे थे, उमर न केवल वहां मौजूद था, बल्कि जेएनयू प्रशासन और एबीवीपी के खिलाफ उसने ही नारेबाजी शुरू की थी।
– कन्हैया कुमार के साथ भी उसे कई वीडियो में देखा गया।
– 11 फरवरी को जब एबीवीपी के खिलाफ लेफ्ट के स्टूडेंट्स यूनियन प्रदर्शन कर रही थी, तो उस वक्त उमर और कन्हैया एक साथ थे।
जेएनयू में लगातार माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता रहा है खालिद
– एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने एक रिपोर्ट में कहा था कि खालिद के ग्रुप ने ही कैम्पस में देवी-देवताओं की नंगी तस्वीरें लगाकर नफरत पैदा करने की कोशिश की थी।
– खालिद के ग्रुप ने आतंकी अफजल गुरु की फांसी पर जेएनयू कैम्पस में मातम मनाया था।
– नक्सली हमले में सीआरपीएफ जवानों के मारे जाने पर भी इसी ग्रुप ने जेएनयू में जश्न मनाया था।
– खालिद के ग्रुप ने आतंकी अफजल गुरु की फांसी पर जेएनयू कैम्पस में मातम मनाया था।
– नक्सली हमले में सीआरपीएफ जवानों के मारे जाने पर भी इसी ग्रुप ने जेएनयू में जश्न मनाया था।
जेएनयू विवाद में एबीवीपी के तीन स्डूडेंट लीडर ने दिया इस्तीफा
– उधर, जेएनयू मामले में शुरू से विरोध कर रही बीजेपी की स्टूडेंट यूनिट एबीवीपी में विवाद हो गया है।
– हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एबीवीपी के जेएनयू यूनिट के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रदीप नरवाल ने बुधवार को सबसे पहले अपने पोस्ट से इस्तीफा दिया।
– एसएसएस के एबीवीपी यूनिट के प्रेसिडेंट राहुल यादव और एसएसएस के एबीवीपी यूनिट के सेक्रेटरी अंकित हंस ने भी इस्तीफा दे दिया।
– प्रदीप ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस्तीफे का एलान किया।
– नरवाल के मुताबिक, केंद्र सरकार ने मामले को जिस तरीके से हैंडल किया है, वह बेहद दुखद है। यही कारण है कि वे इस्तीफा दे रहे हैं।
– एसएसएस के एबीवीपी यूनिट के प्रेसिडेंट राहुल यादव और एसएसएस के एबीवीपी यूनिट के सेक्रेटरी अंकित हंस ने भी इस्तीफा दे दिया।
– प्रदीप ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस्तीफे का एलान किया।
– नरवाल के मुताबिक, केंद्र सरकार ने मामले को जिस तरीके से हैंडल किया है, वह बेहद दुखद है। यही कारण है कि वे इस्तीफा दे रहे हैं।
कन्हैया के खिलाफ स्पेशल ब्रांच ने जुटाई थी जानकारी…
– एक और मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने कन्हैया के खिलाफ सबूत जुटाए थे। इन सबूतों को होम मिनिस्ट्री और दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसरों के पास भेजा गया था।
– गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने भी मंगलवार को साफ कहा कि कन्हैया के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और इन्हें जल्द ही पेश किया जाएगा।
– कन्हैया के खिलाफ अगर देशद्रोह के आरोप साबित होते हैं, तो उसे उम्रकैद हो सकती है।
– दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने कन्हैया की गिरफ्तारी को सही बताया है। हालांकि, जेएनयू के कुछ प्रोफेसर उसकी गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं।
– दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 9 फरवरी को एक पुलिसवाले ने जेएनयू में कुछ आपत्तिजनक पोस्टर देखे थे। इसके बाद प्रोग्राम की परमिशन कैंसल कर दी गई थी।
– प्रोग्राम कैंसल होने के बाद भी कुछ स्टूडेंट्स जेएनयू के करीब एक ढाबे पर पहुंचे। यहां एबीवीपी के समर्थक भी पहुंचे। दोनों पक्षों ने नारेबाजी की।
– हालांकि, कोई झड़प नहीं हुई। इस दौरान कन्हैया भी मौजूद था।
– दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने कहा- “मुझ पर जो उंगली उठा रहे हैं, वो नासमझ हैं। अगर कोई न्यूज एजेंसी ये खबर चलाती है, वो आप नजरअंदाज कर सकते हैं। आप एजेंसी की खबर मान लो या जो इन्वेस्टिगेशन कर रहा है उसकी।”
– बता दें कि होम मिनिस्ट्री के हवाले से पीटीआई ने खबर चलाई थी कि कन्हैया के खिलाफ सबूत नहीं हैं। उसके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा जल्दबाजी में दायर किया गया।
खुफिया रिपोर्ट में कन्हैया का नाम नहीं?
– इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में होम मिनिस्ट्री के अफसरों के हवाले से दावा किया गया है कि कन्हैया ने देश विरोधी नारे नहीं लगाए थे।
– खुफिया एजेंसियों कि रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि कल्चरल प्रोग्राम के नाम पर खालिद और उसके साथी देश भर की यूनिवर्सिटीज में शो करने वाले थे।
– इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस ने जल्दबाजी में कन्हैया को गिरफ्तार किया और उस पर संगीन आरोप लगाए।
– इस रिपोर्ट में कहा गया है कि लेफ्ट पार्टियों के कट्टर समर्थक डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन (डीएसयू) ने नारेबाजी की। कन्हैया एआईएसएफ से ताल्लुक रखता है।