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इंसान भ्रष्ट होते हैं, कोई मजहब बुरा नहीं होता: फारूक अब्दुल्ला

वरिष्ठ नेता एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आज साफ तौर पर कहा कि कोई भी मजहब बुरा नहीं होता, इंसान भ्रष्ट होते हैं। दरअसल, फारूक अब्दुल्ला एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कोई भी मजहब बुरा नहीं होता। उसके इंसान भ्रष्ट होते हैं, कोई मजहब नहीं। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे चुनाव के दौरान ‘हिंदू खतरे में हैं’ का खूब इस्तेमाल करेंगे। लेकिन मेरी आपसे गुजारिश है कि आप इसके झांसे में न आएं। आपको बता दें कि वरिष्ठ नेता एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष पद से अगले महीने हटने की घोषणा शुक्रवार को की थी।

आज की सभा में फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि हमने कभी पाकिस्तान से हाथ नहीं मिलाया। उन्होंने दावा किया कि जिन्ना मेरे पिता से मिलने आए थे, लेकिन हमने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। हम इसके लिए खुश हैं, पाकिस्तान में लोग सशक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमें यहां 50,000 नौकरियों का वादा किया गया था, वे कहां हैं? उन्होंने दावा किया कि हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और हमारे बच्चे सभी बेरोजगार हैं। यह एक राज्यपाल द्वारा नहीं किया जा सकता है, आप उसे जवाबदेह नहीं ठहरा सकते। चुनाव महत्वपूर्ण हैं।

उम्मीद की जा रही है कि 85 वर्षीय अब्दुल्ला पार्टी संरक्षक बने रहेंगे और जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद संघ शासित प्रदेश में होने वाले पहले विधानसभा चुनावों में पार्टी का मार्गदर्शन करेंगे। हालांकि, चुनाव की तारीख अभी तक घोषित नहीं की गई है। लोकसभा सदस्य अब्दुल्ला ने कहा कि पार्टी का कोई भी सदस्य इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। फारूक अब्दुल्ला पहली बार 1983 में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष बने थे। नेकां अध्यक्ष का पद छोड़ने के बावजूद फारूक अब्दुल्ला ‘पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लरेशन (पीएजीडी)’ के प्रमुख बने रहेंगे। यह पांच राजनीतिक दलों… नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां),पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) भाकपा, माकपा और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन है।