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शतचंडी महायज्ञ के आयोजन पर हुआ भव्य कवि सम्मेलन

बाराबंकी।रामनगर तहसील के अंतर्गत लोधेश्वर महादेवा में 9 नवंबर 2022 से श्री श्री 1008 योगेश्वर महाराज जी के दिशा निर्देश में नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का आयोजन मुख्य यजमान कौशलेंद्र प्रताप सिंह उर्फ सोनू के संयोजन में लोधेश्वर महादेवा के मेला मैदान में किया गया जिस के प्रथम दिवस की रात्रि में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन डॉ .शर्मेश के संयोजन में किया गया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ लोधौरा ग्राम प्रधान राजन तिवारी के द्वारा मां भारती का माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के उपरांत किया गया। आए हुए श्रद्धालुओं को श्री श्री 1008 स्वामी योगेश्वर महाराज जी ने अपने आशीर्वचनों से अभिसिंचित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ
कवियत्री शशि श्रेया ने -“कंटकों की राह में सुमन की गंध भर सके, मन हृदय में प्रेम हो कृपा करो कृपाणी” सरस्वती वंदना से किया ।
डॉ.शर्मेश ने पढ़ा-“गैया गैया गैया रे ,जहां देखो गया रे I इस मुद्दे पर सब चुप बैठे कोई ना बोलैया रे II”

प्रसिद्ध लोकगीतकार जगन्नाथ निर्दोष ने बाढ़ पीड़ितो के मर्म को बयां करते हुए कहा- “बाढ़ बरखा से बचा ना धाने का बिरवा Iबिरना का लइकै अइहैं आंसव करवा II”

प्रसिद्ध हास्य कवि विकास बौखल की पंक्तियां-” किसी खंजर से ना तलवार को जोड़ा जाए, सारी दुनिया को चलो प्यार से जोड़ा जाए ।यह किसी शख्स को दोबारा ना मिलने पाए, प्यार के रोग को आधार से जोड़ा जाए।।” पर स्रोता लोटपोट हो गए।
कवि ओम शर्मा ओम ने गीत पढा- “सारे दरिया को पार जाएंगे, डूबते को उबार जाएंगे। सारी दुनिया से जीत लेंगे पर, आप अपनों से हार जाएंगे ।।”कविता को श्रोताओं ने खूब सराहा

लखनऊ से पधारे ओज के कवि योगेश चौहान ने पढा-“ताल ठोक कर चुनौती देने वालों के लिए शीघ्र कब्र खोदने की है मेरी परंपरा ,बैरियों की छाती पर तिरंगा चक्र वाला चित्र, पूरा पूरा गोदने की है मेरी परंपरा।।”

उपेंद्र नादान ने पढ़ा हम कविता के अनुयायी है जब बोलेंगे सच बोलेंगे । “ओज के कवि मुकेश मिश्रा ने पढ़ा-” मां गौरी के दर पर घंटा शंख बजाया जाएगा, औरंगजेबो को कब्रों से खींच के लाया जाएगा .।।प्रांशु वात्सल्य ने पढा-” कविता है गीत हब्य,कविता है पूज्य दिब्य,तुलसी के लिए कविता ही प्रभुताई है। ”
कवि रणधीर सिंह ने पढा-” अवध में राम स्थापित हुए हैं धर्म की जय हो।
कवि संदीप अनुरागी ने पढ़ा -“जू का लगे जंजाल तो जानौ कि नरेगा, होई जाए बुरा हाल तो जानौ कि नरेगा, अतना है भ्रष्टाचार कि कागज पे दोबारा, खुदि जाएं खुदे ताल तो जानौ कि नरेगा।”
सुनील झंझटी ने पढा-” हम तुमसे आदाब करित है तौ तुमहू जय राम करौ, नाई हम आपन काम करी तुम अपना काम करौ। ”
कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि कुंवर आशीष सिंह,ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि शेखर हयारण ने आए हुए कवियों को स्मृति चिंह भेंट किया। कवि विकास बौखल ने शतचंडी यज्ञ के यजमान कौशलेंद्र प्रताप सिंह को इस महान कार्य के लिए अंग वस्त्र व साफा बांध कर सम्मानित किया। इस अवसर पर समाजसेवी दिनेश सिंह , पंडित विजय दत्त मिश्र ,अमित , भाजपा मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह ,मनोज सिंह, रामसजीवन त्रिवेदी ,लवी सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।