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पहली बार भारत की मेजबानी में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली तैयार, मेहमानों को लुभाने के लिए सजावट के साथ सुरक्षा के भी अचूक इंतजाम

पहली बार भारत की मेजबानी में होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत इस बार दिल्ली में नौ सितंबर से होगी। जी-20 लोगो और वसुधैव कुटुंबकम् – एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य को शामिल किया गया है। इसके बाद 10 सितंबर को इसका समापन होगा। शिखर सम्मेलन भारत के सबसे बड़े इस भारत मंडपम में होगा। इस शिखर सम्मेलन में आने वाले देश और नौ विशेष आमंत्रित सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत में आठ सितंबर की रात क पहुंच जाएंगे। भारत अपने सबसे हाई-प्रोफाइल और शक्तिशाली अतिथियों की मेजबानी के लिए तैयार है। भारत पहुंचने वाले सबसे पहले मेहमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होंगे जो सात सितंबर को ही भारत आ जाएंगे। व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडन जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।   इसके अगले दिन यानी आठ सितंबर को अन्य देशों से भी राष्ट्रअध्यक्ष दिल्ली पहुंच जाएंगे।

भारत की अध्यक्षता वाले जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, बैठकों की श्रृंखला से भारत की उपलब्धियों, योग्यताओं, विविधताओं, ज्ञान, संस्कृति और सामर्थ्य से दुनिया का साक्षात्कार हो रहा है। भारत की अध्यक्षता में करीब 50 से ज्यादा जगह पर 180 बैठकें हो चुकी हैं और 9-10 सितंबर को जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन से पहले अभी मंत्री स्तरीय अनेक बैठकें होनी हैं।

 

सम्मेलन में इन मुद्दों पर होगी चर्चा

सदस्य देशों के नेता स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने सहित अन्य अहम वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने के लिए उठाए जा रहे संयुक्त कदमों पर चर्चा करेंगे। जी20 नेता वैश्विक चुनौतियों से निपटने और गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित अन्य बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे। वह आर्थिक सहयोग के प्रमुख मंच के रूप में जी20 के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता की पुष्टि करेंगे, जिसमें 2026 में समूह की मेजबानी भी शामिल है।” जी20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरसरकारी मंच है। इसके सदस्य देश लगभग 85 फीसदी वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), 75 फीसदी के आसपास वैश्विक कारोबार और करीब दो-तिहाई वैश्विक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।

 

 

बता दें कि जी20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए पूरी दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। ये भारत में सबसे बड़ा बहुपक्षीय कार्यक्रम होने जा रहा है। ऐसे में पूरी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए व्यापक कदम उठाए गए है। पूरी दिल्ली खास तौर से नई दिल्ली इलाके में सुरक्षा व्यवस्था के बेहद कड़े इंतजाम किए गए है। दिल्ली पुलिस के अलावा सीएपीएफ और सशस्त्र बलों को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लगभग 1,30,00 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा। कोई घुसपैठ, आतंकवादी कृत्य या तोड़फोड़ न हो इसलिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। दिल्ली पुलिस के आधे से अधिक लोग शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा प्रदान करने में शामिल होंगे। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) व्यवस्था में दिल्ली पुलिस की सहायता करेंगे।

 

होगी अचूक सुरक्षा

जी20 शिखर सम्मेलन की शानदार और ऐतिहासिक मेजबानी करने के लिए तैयार है। नई दिल्ली में इस सम्मेलन के मद्देनजर सुरक्षा के कई कड़े इंतजाम किए गए है। विदेशों से आ रहे कई वीवीआईपी मेहमानों की सुरक्षा के लिहाज से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) से लेकर भारतीय वायु सेना (आईएएफ) तक राष्ट्रीय राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए तैनात होगी। दिल्ली के आसमान पर राफेल, मिराज-2000 और सुखोई-30एमकेआई सहित देश के प्राथमिक लड़ाकू विमानों द्वारा लगातार गश्त की जाएगी ताकि किसी पूर्ण रूप से सुरक्षा की जा सके। भारतीय वायुसेना शिखर सम्मेलन के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ कर्मियों और उपकरणों को भेजेगी। भारतीय वायु सेना के एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि वह दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में एकीकृत एयरोस्पेस रक्षा के लिए व्यापक उपाय तैनात करेगी। प्रवक्ता ने कहा कि वायु सेना सहित सेना, दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ, किसी भी हवाई खतरे को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात करेगी। लगभग 400 अग्निशामक भी कॉल पर रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं और विशेष सुरक्षा की जा रही है।

 

सीआरपीएफ की है खास तैयारी

राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी मेहमानों को दिल्ली और उसके आसपास ले जाने के लिए लगभग 450 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल कर्मियों को वीवीआईपी और वीआईपी के लिए बाएं हाथ की बुलेट-प्रूफ कार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है। सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि सीआरपीएफ ने 450 कर्मियों को ड्राइवर और व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी के रूप में प्रशिक्षित किया है जो जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राज्यों के प्रमुखों के साथ क्लोज्ड प्रोटेक्शन टीम (सीपीटी) का हिस्सा होंगे। वे बुलेटप्रूफ लेफ्ट-हैंड ड्राइव वाहन भी चलाएंगे। सीआरपीएफ को लगभग 120 वाहन मिले हैं, जिनमें से लगभग 45 बुलेटप्रूफ हैं, जिनका उपयोग विशेष रूप से राज्यों के प्रमुखों द्वारा किया जाएगा। 120 वाहनों में से, लगभग 60 बाएं हाथ से चलने वाले वाहन हैं। वीवीआईपी की आवाजाही के लिए सीआरपीएफ के कम से कम 400 जवानों को तैनात किया जाएगा।

 

रेलवे, बस और फ्लाइट यात्रियों को होगी परेशानी

उत्तर रेलवे के अनुसार सम्मेलन के मद्देनजर 9,10 और 11 सितंबर को कुल 207 ट्रेनें रद्द की गई है जबकि 36 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। वहीं अंतर्राजीय बस सेवाओं में भी बदलाव किया गया है। सम्मेलन के दौरान अन्य राज्यों से आने वाली बसों को आनंद विहार, सराय काले खां पर रोका जाएगा। इसके बाद यात्रियों को गंतव्य तक खुद ही जाना होगा।

 

बता दें कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लेकर सम्मेलन स्थल और आसपास के पूरे इलाके के सौंदर्यीकरण का काम भी किया गया है। दिल्ली पुलिस ने आज वीवीआईपी वाहनों के काफिले की सुगम आवाजाही के लिए पूर्वाभ्यास भी किया। हम आपको यह भी बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंधों को देखते हुए दिल्ली में आठ से 10 सितंबर तक सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस दौरान सभी निजी और दिल्ली सरकार के कार्यालय बंद रहेंगे जबकि नयी दिल्ली जिले में बाजार समेत बैंक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान भी इस दौरान बंद रहेंगे। सम्मेलन के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर भारी वाहनों को इन तीन दिन के दौरान दिल्ली शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इस संबंध में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि एक विस्तृत योजना बनाई गयी है। रेलवे सेवाओं, बस सेवाओं तथा आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं के लिए व्यवस्था की गई है।

 

सम्मेलन के मद्देनजर दिल्ली में ड्रोन, गुब्बारे उड़ाने पर प्रतिबंध

दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कारणों के चलते 29 अगस्त से 12 सितंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में ‘पैराग्लाइडर’, ‘हैंग-ग्लाइडर’ और गर्म हवा के गुब्बारे आदि की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया है। सूत्रों के अनुसार भारत के शत्रु कुछ आपराधिक, असामाजिक तत्व या आतंकवादी ‘पैराग्लाइडर’, ‘पैरामोटर्स’, ‘हैंग-ग्लाइडर्स’, मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी), दूर से संचालित विमान, गर्म हवा के गुब्बारे, छोटे आकार केयान, या यान से ‘पैरा-जंपिंग’ आदि का उपयोग करके आम लोगों, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

 

होटल इंडस्ट्री में लौटी रौनक

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली और गुड़गांव के बड़े और छोटे होटलों के लिए बड़ी राहत और खुशी लेकर आया है। जी20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए दिल्ली और गुडगांव के प्रमुख और बड़े होटलों में लगभग 3,500 कमरे बुक किए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों और राष्ट्राध्यक्षों की सुविधा के लिए मध्य और दक्षिणी दिल्ली, एयरोसिटी और गुड़गांव के 30 प्रमुख होटलों में करीब 10,000 आतिथ्य पेशेवर तैनात किए जाएंगे। मेहमानों के लिए लोकप्रिय स्थानीय संगीत या नृत्य प्रदर्शन और सिग्नेचर भारतीय स्वागत पेय के साथ पारंपरिक भारतीय स्वागत के आयोजन से लेकर कमरों में भारतीय कॉफी, चाय, मिठाइयाँ और चॉकलेट जैसी विशेष सुविधाओं के अलावा एक विशेष तकिया मेनू (विविधता) की व्यवस्था की गई है। तकिए), विश्व नेताओं के आराम और विश्राम के लिए अनुष्ठानों और सेवाओं के साथ-साथ, होटल एक यादगार अनुभव प्रदान करने का इरादा है।