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केरल के कांग्रेस सांसदों ने शशि थरूर के खिलाफ शिकायत लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से अलग से मुलाकात की

नई दिल्ली केरल के कई कांग्रेस सांसदों ने सोमवार को पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से अलग से मुलाकात की। इस दौरान इन्होंने पार्टी के सीनियर नेता शशि थरूर की शिकायत की। दरअसल, थरूर ने सीपीएम के ‘पार्टी कांग्रेस’ के तहत हो रही कॉन्फ्रेंस में शामिल होने का आमंत्रण स्वीकार किया है, जिसे लेकर राज्य कांग्रेस नेताओं में उनके प्रति रोष है। रिपोर्ट के मुताबिक, सोनिया ने कहा कि वह इस मामले में पीसीसी की शिकायत पर विचार करेंगी।

कांग्रेस की केरल ईकाई के प्रमुख के सुधाकरण ने कहा कि पार्टी ने अपने नेताओं को कार्यक्रम में हिस्सा लेने से मना कर दिया है, क्योंकि वह प्रस्तावित के-रेल परियोजना को लेकर राज्य की माकपा नीत सरकार के खिलाफ मजबूती से लड़ रही है। बहरहाल, थरूर ने कहा कि जिस कॉन्फ्रेंस के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है उसका विषय केरल या के-रेल से संबंधित नहीं है।

थरूर ने कहा, “उन्होंने मुझे आमंत्रित किया था और मैंने इसे स्वीकार कर लिया। इस बार उन्होंने मुझे अपनी ‘पार्टी कांग्रेस’ के हिस्से के रूप में आयोजित की जा रही कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है। राजनीतिक संवाद में शामिल होने में कुछ भी गलत नहीं है और संगोष्ठी का विषय के-रेल या केरल से संबंधित नहीं है।”

माकपा का आमंत्रण कांग्रेस नेता केवी थॉमस ने भी स्वीकार किया है। थरूर और थॉमस दोनों कांग्रेस आलाकमान से संपर्क करने की योजना बना रहे हैं, ताकि पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति मांग सकें। वाम दल ने तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर और पूर्व केंद्रीय मंत्री थॉमस को कन्नूर में छह-10 अप्रैल तक होने वाले उसके 23वीं ‘पार्टी कांग्रेस’ से पहले विभिन्न संगोष्ठियों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है।

वहीं, माकपा के राज्य सचिव के बालकृष्णन ने कहा कि वाम दल ने विभिन्न संगोष्ठियों के लिए कांग्रेस नेताओं को आमंत्रित किया है, लेकिन उनकी पार्टी के नेतृत्व ने उन्हें इनमें शिरकत करने से मना कर दिया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रजातांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) वाम सरकार की प्रस्तावित महत्वाकांक्षी ‘अर्ध-हाईस्पीड सिल्वरलाइन’ रेल परियोजना को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।