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प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका: सुप्रीम कोर्ट ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दिया

पाकिस्तान में सियासी हलचल के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी के विवादास्पद फैसले को रद्द कर दिया है। इसका मतलब साफ है कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वोटिंग कराई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने और नेशनल असेंबली भंग करने के दोनों फैसलों को पूरी तरीके से गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दिया। इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने स्पीकर को 9 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे नेशनल असेंबली का सत्र बुलाने का आदेश दिया ताकि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराई जा सके। अदालत ने आदेश दिया कि यदि अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है तो नये प्रधानमंत्री का चुनाव कराया जाए। प्रधानमंत्री खान को सत्ता से हटाने के लिए विपक्षी दलों को 342 सदस्यीय सदन में 172 सदस्यों की आवश्यकता है और पहले से ही उन्होंने जरूरत से ज्यादा संख्या बल दिखाया है। अब खान के सामने पाकिस्तान के इतिहास में पहला ऐसा प्रधानमंत्री होने की संभावना है, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव से बाहर कर दिया जाएगा।

क्रिकेटर से नेता बने 69 वर्षीय खान नया पाकिस्तान बनाने के वादे के साथ 2018 में सत्ता में आए थे, लेकिन जरूरी वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रण में रखने की बुनियादी समस्या को दूर करने में बुरी तरह विफल रहे। नेशनल असेंबली का वर्तमान कार्यकाल अगस्त, 2023 में समाप्त होना था। कोई भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है। सुप्रीम कोर्ट से बड़े झटके के बाद भी इमरान खान हार मानने को तैयार नहीं है इमरान ने ऐलान कर दिया है कि वह आखिरी गेंद तक लड़ेंगे दावा किया जा रहा है कि आज इमरान खान देश को संबोधित कर सकते हैं सूत्र यह भी बता रहे हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले इमरान खान की पार्टी पीटीआई के सांसदों और विधायकों की ओर से सामूहिक इस्तीफे का ऐलान हो सकता है इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी अपनी सरकार को गिराए जाने के खिलाफ और भविष्य में बनने वाली नई सरकार पर दबाव बनाने के लिए देश भर में जोरदार प्रदर्शन कर सकते हैं इसको लेकर आज संसदीय दल की बैठक के बाद अलार्म भी हो सकता है

अविश्वास प्रस्ताव खारिज किये जाने के कुछ देर बाद, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग कर दिया था। अदालत ने सूरी के इस कदम के कुछ घंटे बाद स्वत: संज्ञान लिया था। नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज शरीफ ने कहा कि अदालत ने ‘‘निश्चित रूप से लोगों की अपेक्षाओं को पूरा किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अदालत ने इस फैसले से अपनी प्रतिष्ठा और स्वतंत्रता को मजबूत किया है। अदालत ने संसद और उसके सम्मान को भी मजबूत किया है।’’ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला लोकतंत्र और संविधान की जीत है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के संस्थानों और उसके संविधान की रक्षा की गई है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की। इमरान खान की आलोचना करते हुए शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान के लोग अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि संकटग्रस्त प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के आम लोगों को भूखा रखा है। मैं देश में सभी को बधाई देना चाहता हूं। लोगों ने देश को बर्बाद करने वाले ऐसे व्यक्ति से छुटकारा पा लिया है। उसने आम लोगों को भूखा बनाया है। डॉलर ने आज 200 पर पहुंच गया और लोग देश में महंगाई से निराश हैं।