नई दिल्ली। पाकिस्तान की नापाक हरकतों को देखकर यही लगता है कि वह रंग बदलने में उसने गिरगिट को भी मात दे दी है. पाकिस्तान की सीमा की रखवाली करने वाले पाक रेंजर्स का आलम यह है कि जब तक वह भारतीय सीमा पर दो से तीन बार फायरिंग कर निर्दोष लोगों को अपनी गोलियों का निशाना नहीं बना लेते हैं, तब तक उन्हें चैन नहीं आता है. आलम यह है कि इस साल बीते 172 दिनों में पाक रेंजर्स ने भारतीय सीमा पर कुल 516 बार गोलीबारी की है. इस लिहाजा से पाकिस्तान ने हर दिन करीब तीन बार भात-पाक सीमा से सटे गांवों और बीएसएफ के बार्डर ऑउट पोस्ट (बीओपी) को निशाना बनाकर गोलीबारी करता है.
यह आंकड़ा बीते चार वर्षों से सबसे अधिक है. बीते चार सालों की बात करें तो पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर बसे गांवों और बीएसएफ की चौकियों को निशाना बनाकर पाक रेंजर्स ने कुल 1308 बार भारी गोलाबारी की है. जिसमें सर्वाधिक 2015 में पाक रेंजर्स की तरफ से 350 बार लंबी दूरी तक वार करने वाले हथियारों, रॉकेट लांचर सहित अन्य घातक हथियारों से गोलीबारी की है. वहीं पाक रेंजर्स ने 2014 में 127 बार, 2016 में 204 बार और 2017 में 111 बार अपने नापाक इरादों को दर्शाते हुए भारतीय सीमा पर गोलीबारी की है. पाकिस्तान का दूसरा चेहरा यह भी है कि जब-जब पाक रेंजर्स की गोलीबारी का बीएसएफ की तरफ से मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है, तब-तब पाक रेंजर्स के आला अधिकारी गोलीबारी रोकने की फरियाद लेकर बीएसएफ के पास फ्लैग मीटिंग करने पहुंच जाते हैं.
बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच होने वाली फ्लैग मीटिंग में हर बार पाकिस्तान गिड़गिड़ाते हुए अपनी तरफ से गोलीबारी न करने की कसम खाता है. वहीं कुछ मिनटों में वह अपनी इस कसम को भुलकर फिर भारतीय सीमा पर गोलीबारी शुरू कर देता है. सीमा सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पाक रेंजर्स का दोहरा चरित्र समझ से परे हैं. उनके अनुसार हर फ्लैग मीटिंग में पाक रेंजर्स के अधिकारी बेहद जिम्मेदारी और सकारात्मक तरीके से बातचीत करते हैं. बीएसएफ की तरफ से दिए जाने वाले सभी प्रस्ताव पर वह अपनी रजामंदी रखते हैं, लेकिन जैसे ही वह सीमा पार कर अपने देश पहुंचते हैं, उनके सुर एक बार फिर बदलने लगते हैं.
कई बार ऐसा लगता है कि पाकिस्तान रेंसर्ज की कमान पाक सेना के पास न होकर आतंकवादी संगठनों के पास चली गई है. यह भी हो सकता है कि आतंकवादियों के दबाव में आकर पाकिस्तान सरकार पाक रेंजर्स पर गोलीबारी का दबाव बनाती हो. इसी का नतीजा भारत-पाक सीमा पर पाक रेंजर्स द्वारा वादा खिलाफी कर की जाने वाली गोलीबारी के तौर पर नजर आता है.