नई दिल्ली। दिल्ली के आईएएस अधिकारियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान जारी अधिकारियों से काम पर लौटने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने आईएएस अधिकारियों को सुरक्षा का भरोसा देते हुए कहा कि अधिकारियों को सुरक्षा देना उनका कर्तव्य है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा – मुझे बताया गया है कि रविवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईएएस एसोसिएशन ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की है. मैं उनसे कहना चाहता हूं मैं अपनी सारी शक्तियों और संसाधानों के साथ उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेता हूं. यह मेरा कर्त्वय है. मैं पहले भी उन अफसरों को यह आश्वसान दे चुका हूं जिन्होंने मुझसे निजी तौर पर बात की है.
‘अधिकारी हमारे परिवार का हिस्सा’
केजरीवाल ने कहा कि अधिकारी हमारे परिवार का हिस्सा हैं. मैं उनसे अपील करता हूं कि वे एक चुनी हुई सरकार का बॉयकॉट बंद करें और वापस काम पर लौटें, वे मंत्रियों की बैठक में मौजूद रहें, मंत्रियों के मैसेज और कॉल्स का जवाब दें और फील्ड इंस्पेक्शन में मंत्रियों के साथ रहें. अधिकारी बिना किसी भय के काम करें. उन्हें केंद्र सरकार, राज्य सरकार या किसी राजनीतिक दल के दवाब में नहीं आना चाहिए.
My appeal to my officers of Delhi govt …. pic.twitter.com/YQ02WgaAtd
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 17, 2018
आईएएस अधिकारियों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
दिल्ली के आईएएस अधिकारियों के संगठन ने आम आदमी पार्टी के इस दावे का खंडन किया है कि इसके अधिकारी हड़ताल पर हैं. साथ ही , आरोप लगाया है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.
राजस्व सचिव मनीषा सक्सेना ने परिवहन आयुक्त वर्षा जोशी , दक्षिण दिल्ली जिलाधिकारी अमजद टाक और सूचना एवं प्रचार सचिव जयदेव सारंगी के साथ प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी काफी गंभीरता और समर्पण से काम कर रहे हैं.
अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे लोग राजनीति में शामिल नहीं हैं और तटस्थ हैं. उनका काम सरकार की नीतियों को लागू करना है. उन्होंने कहा , ‘ हम सिर्फ कानून और संविधान के प्रति उत्तरदाई हैं.’ सक्सेना ने कहा , ‘हमें निशाना बनाया गया और कहा गया कि हम किसी के साथ काम कर रहे हैं। हम यह बताना चाहेंगे कि हम हड़ताल पर नहीं हैं। ’
अधिकारियों ने इन आरोपों से इनकार किया कि दिल्ली सरकार में सचिव मंत्रियों और विधायकों के फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। कोई भी फोन कॉल अनुत्तरित नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि वे लोग उन बैठकों में शामिल नहीं होंगे , जिसे वे असुरक्षित समझेंगे।