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प्रेम कुमार धूमल नहीं जयराम ठाकुर बन सकते हैं हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने शायद ही ये सोचा होगा कि हिमाचल में उसकी सेना की अगुवाई करने वाला सेनापति ही विधानसभा का चुनाव हार जाएगा। लेकिन, ऐसा हुआ है। हिमाचल की जनता ने बीजेपी के मुख्‍यमंत्री पद के उम्‍मीदवार प्रेम कुमार धूमल को ही नकार दिया। इसके बाद अब उनके मुख्‍यमंत्री बनने के रास्‍ते बंद हो गए है। बीजेपी हाईकमान ने हिमाचल प्रदेश में नए मुख्‍यमंत्री की तलाश तेज कर दी है। इस रेस में एक नाम सबसे आगे चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी हाईकमान इस वक्‍त जयराम ठाकुर के नाम पर विचार कर रहा है। अगर सबकुछ ठीकठाक रहा तो प्रेम कुमार धूमल की जगह जयराम ठाकुर ही हिमाचल के नए मुख्‍यमंत्री बनेंगे।

जयराम ठाकुर बीजेपी हाईकमान के हर उस पैमाने पर खरे उतरते हैं जो मुख्‍यमंत्री पद के लिए जरूरी है। इसके साथ ही माना जा रहा है कि वो ही प्रेम कुमार धूमल के सबसे बेहतर विकल्‍प हो सकते हैं। दरसअल, बीजेपी यहां पर जातिगत आधार पर भी जयराम ठाकुर को प्रेम कुमार धूमल का विकल्‍प मान रही है। जयराम ठाकुर हिमाचल में लगातार पांच बार से विधायक चुने जा रहे हैं। 1998 में पहली बार वो मंडी की सेराज सीट से विधायक बने थे। तब से लेकर अब तक उन्‍हें कोई भी नहीं हरा पाया है। जब-जब राज्‍य में बीजेपी की सरकार रही है तब-तब वो कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। प्रेम कुमार धूमल की सरकार में भी वो ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री हुआ करते थे। इसके अलावा वो हिमाचल में बीजेपी के अध्‍यक्ष भी रह चुके हैं।

यानी जयराम ठाकुर को राजनैतिक तजुर्बे की कोई कमी नहीं है। शायद यही वजह है कि प्रेम कुमार धूमल की जगह पर अब उनका नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि जेपी नड्डा का नाम भी इस रेस में शामिल है। लेकिन, सूत्र बताते हैं कि राज्‍य में जेपी नड्डा से ज्‍यादा अच्‍छा वर्चस्‍व जयराम ठाकुर का है। इसके अलावा राजपूत कम्‍युनिटी में भी उनकी अच्‍छी पकड़ है। इन सारी सूरत में जयराम ठाकुर हिमाचल में मुख्‍यमंत्री पद के लिए प्रेम कुमार धूमल के सबसे बेहतर विकल्‍प के तौर पर उभर कर सामने आ रहे हैं। उधर, जयराम ठाकुर से भी जब इस संबंध में सवाल किया गया तो उनका भी यही कहना था कि पार्टी उन्‍हें जो भी आदेश देगी वो वहीं काम करेंगे।

इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि बीजेपी में इस तरह के फैसले व्‍यक्तिविशेष नहीं लेता है, पार्टी ही तय करेगी कि किसे हिमाचल का मुख्‍यमंत्री बनना चाहिए।  बीजेपी ने हिमाचल में विधायकों की राय जानने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को हिमाचल का पर्यवेक्षक नियुक्‍त किया है। जो विधायक मंडल से बातचीत कर किसी नतीजे पर पहुंचेंगे। वहीं दूसरी ओर माना जा रहा है कि प्रेम कुमार धूमल अपनों के ही शिकार बन गए हैं। अपनों की साजिश के चलते ही वो चुनाव हारे हैं। ऐन वक्‍त पर उनकी सीट बदल दी गई थी। प्रेम कुमार धूमल की परंपरागत सीट हमीरपुर है। जबकि इस बार उन्‍हें सुजानपुर से उम्‍मीदवार बनाया गया था। सवाल यही है कि क्‍या किसी साजिश के तहत ये सब हुआ।