अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले सूबे का सियासी माहौल गरमा गया है. राज्य के बड़े नेता और पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने अपने बर्थडे के मौके पर बुलाए गए सम्मेलन में कहा कि 24 घंटे पहले ही उन्हें कांग्रेस पार्टी से निकाल दिया गया है. हालांकि, पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि वो कांग्रेस छोड़ने का एलान कर सकते हैं.
शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि वो कांग्रेस सेवा दल में रहे और उन्होंने पार्टी की बहुत सेवा की है.
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# मुझे 24 घंटे पहले कांग्रेस से निकाला गया- शंकर सिंह वाघेला
# अभी वाघेला ने कांग्रेस से नाराज विधायकों के साथ बैठक की.
# शंकर सिंह वाघेला मीडिया के सामने आए.
गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता शंकर सिंह के नए कदम से कई सवाल उठ रहे हैं. सवाल पूछा जा रहा है ति वाघेला का अगला कदम क्या होगा? क्या वह कांग्रेस पार्टी छोड़ देंगे? या क्या वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे? या फिर वो किसी और दल का दामन थाम लेंगे?
वाघेला के अगले कदम पर जो भी सवाल हो, लेकिन एक बात साफ है कि उनके संभावित नए फैसले से कांग्रेस का भारी नुकसान हो सकता है.
NCP-JDU विधायकों को भी दिया न्योता
वाघेला आज अपने जन्मदिन पर सम-संवेदना समारंभ के नाम से एक बड़ा आयोजन करने जा रहे हैं. वाघेला ने इस सम्मेलन में कांग्रेस के सभी विधायकों के अलावा एनसीपी के दो और जेडीयू के एक विधायक को भी न्योता दिया है. लेकिन उन्होंने ये खुलासा नहीं किया कि इस समारोह में वो क्या एलान करने वाले हैं.
शंकर सिंह वाघेला ने नहीं किया कोई खुलासा
शंकर सिंह वाघेला ने कहा, ‘’आप पूछना चाहते होंगे कि मैं वहां क्या बोलूंगा. लेकिन ये बात मैं सही वक्त आने से पहले नहीं बताऊंगा. जैसे नरेन्द्र मोदी ने मेरे कान में क्या कहा, अगर ये सबको बताना होता तो सार्वजनिक तौर पर नहीं कहते? कान में कहने का मतलब ही है कि वो बात सबको बताने की नहीं है. इसी तरह सम्मेलन में मुझे जो कहना है वो उसी समय बताऊंगा.’’
कांग्रेस से नाराज हैं वाघेला
वाघेला पहले से ही कांग्रेस नाराज हैं. 15 दिन पहले उन्होने गांधीनगर में एक सम्मेलन किया था, जिसमें कांग्रेस के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी. आज के सम्मेलन में अगर उन्होंने संन्यास का एलान कर दिया तो दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा.
गुजरात में बढ़ेगी कांग्रेस की मुश्किल
कयास ये भी हैं कि वाघेला के संन्यास लेने पर कुछ कांग्रेस विधायक भी उनके समर्थन में पार्टी छोड़ सकते हैं. राष्ट्रपति चुनाव में गुजरात कांग्रेस के कुछ विधायकों ने रामनाथ कोविंद को वोट दिया है. अगले महीने गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने है. इनमें एक सीट कांग्रेस कोटे की है. कांग्रेस को जीत के लिए 47 विधायकों का समर्थन चाहिए. राज्य में पार्टी के 57 विधायक हैं, लेकिन वाघेला समर्थक विधायकों ने साथ छोड़ा तो कांग्रेस के लिए एक नई परेशानी खड़ी हो सकती है.