नीट यूजी रिजल्ट पर बढ़ते विवाद ध्यान में रखते हुए एनटीए ने आज प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें शिक्षा सचिव ने कहा कि ‘कमेटी जांच कर रही है, उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
एनटीए ने कहा परीक्षा की अखंडता से समझौता नहीं किया
यह मुद्दा 4,750 में से छह केंद्रों और 24 लाख उम्मीदवारों में से लगभग 1,600 तक सीमित था। एनटीए प्रमुख ने कहा, पूरे देश में परीक्षा की अखंडता से समझौता नहीं किया गया
एनटीए ने अनियमितता से इनकार किया
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के कई उम्मीदवारों ने अंकों में बढ़ोतरी का आरोप लगाया है, जिसके कारण रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने शीर्ष रैंक हासिल की है, जिसमें एक ही परीक्षा केंद्र के छह उम्मीदवार शामिल हैं।
हालांकि, एनटीए ने किसी भी अनियमितता से इनकार किया और कहा कि एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों में किए गए बदलाव और परीक्षा केंद्रों पर समय बर्बाद करने के लिए अनुग्रह अंक छात्रों के उच्च अंक प्राप्त करने के कुछ कारण थे।
एनटीए ने क्या कहा?
एनटीए ने स्पष्ट किया कि आगे कोई भी निर्णय उठाए गए मुद्दों की फिर से जांच करने के लिए गठित उच्च शक्ति समिति की सिफारिशों पर निर्भर करेगा।
एनटीए महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने क्या कहा?
हमारा निर्देश है कि अगर परीक्षा देर से शुरू होती है तो अभ्यर्थियों को पूरा समय दिया जाए, जो कि ज्यादातर केंद्रों पर हुआ है, लेकिन कुछ केंद्रों पर परीक्षा इस तरह आयोजित की गई कि उन्हें (छात्रों को) पर्याप्त समय मिल सके। संबंधित अभ्यर्थी माननीय उच्च न्यायालय में जाकर पुन: परीक्षा अथवा प्रतिपूरक अंक दिलाने का अनुरोध किया।
हमने एचसी को जवाब दिया कि हमने समय के नुकसान के मुद्दे को देखने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई है जिसने सिफारिश की है कि उन्हें (छात्रों को) समय के नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाना चाहिए।
सेंटर्स पर लिए जाएंगे एक्शन
आगे कहा, जिन सेंटर्स पर गड़बड़ी हुई, उनपर एक्शन होगा। लेकिन, मामला सिर्फ 1563 छात्रों का है। नीट की जांच कमेटी जो सिफारिश देगी, उसके अनुसार कदम उठाए जाएंगे। लेकिन पूरे देश में परीक्षा पर असर नहीं पड़ेगा।
एक हफ्ते के अंदर आएगी रिपोर्ट
प्रेस वार्ता में कहा गया है कि ‘यूपीएससी के पूर्व अध्यक्ष और अन्य शिक्षाविदों को मिलाकर कमेटी बनाई गई है, जो नीट के मामले की जांच करेगी। समिति एक हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। उसके बाद फैसला लिया जाएगा।’