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भाजपा के साथ गठबंधन की अटकलों पर मायावती ने दिया ये जवाब

उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं जिनमें से अब तक चार चरण के चुनाव हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश की 4 बार मुख्यमंत्री रहने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती इस चुनाव में उतनी सक्रिय नजर नहीं आ रही है जितनी वह पहले हुआ करती थीं। इसको लेकर विपक्ष लगातार मायावती पर कई सवाल उठा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मायावती चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन कर सकती हैं। इस बात की संभावना तब और बढ़ गई जब अमित शाह ने बीएसपी की तारीफ कर दी। इसके बाद से विपक्ष भी बीएसपी को भाजपा की बी टीम बताने लगा। इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती का भी जवाब सामने आ गया है।

मायावती से जब सवाल किया गया कि क्या बसपा चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन कर सकती है? मायावती ने इस खबर को पूरी तरह से खारिज कर दिया। इसके साथ ही मायावती ने कहा कि अगर बसपा भाजपा की बी टीम है तो फिर सपा और कांग्रेस साथ क्यों आए थे? उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनाव के दौरान अमित शाह ने दलितों और मुसलमानों की स्थिति को लेकर बसपा के बारे में जो कुछ भी कहा उसके बाद से मीडिया और विरोधी पार्टियों ने इस बात का राग अलापना शुरू कर दिया कि बसपा भाजपा की बी टीम है। इसके जवाब में मायावती ने कहा कि इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अगर बहुजन समाज पार्टी भाजपा की बी टीम होती तो सपा ने फिर उत्तर प्रदेश में एक बार विधानसभा चुनाव और दूसरी बार लोकसभा चुनाव बसपा के साथ क्यों लड़ा?
बसपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बढ़ती महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दे लोगों के दिल-दिमाग पर हावी हैं और इसलिए विरोधी दलों की दाल नहीं गल पा रही है। मायावती ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, द्वेषपूर्ण राजनीति, लचर कानून-व्यवस्था, रोजगार के अभाव में पलायन की मजबूरी व लावारिस पशु आदि ज्वलंत मुद्दे लोगों के दिल-दिमाग पर हावी होने से विरोधी पार्टियों की दाल यहां सही से गल नहीं पा रही है। शुभ संकेत। मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि बसपा जनहित व कल्याण के इन्ही मुद्दों पर यह चुनाव लड़ रही है, ताकि सही नीयत व नीति से काम करके राज्य में 2007 से 2012 की तरह अच्छे दिन लाए जा सकें। उन्‍होंने दावा किया कि लोगों को बसपा पर ही भरोसा है।