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महान शिरोमणी संत रविदास जी की जयंती बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई

सम्भल । सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति (भारत) द्वारा समाज सुधारक व भक्ति काल के महान शिरोमणी संत रविदास जी की जयंती बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
शंकर भूषण शरण जनता इण्टर कॉलेज के परिसर में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति द्वारा आयोजित संत रविदास जी की जयंती की शुरुआत अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम, महासचिव कुसुम, महाप्रबंधक रूबी व उपाध्यक्ष नाहिद रजा ने संत रविदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर की।
इस अवसर पर संत रविदास और उनका दर्शन विषय पर आयोजित गोष्ठी में समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम ने संत रविदास जी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि संत रविदास जी का जन्मदिन हर साल माघ मास की पूर्णिमा तिथि को जयंती के रूप में मनाया जाता है. रविदास एक महान संत होने के साथ साथ वह दार्शनिक, दर्शनशास्त्री, भक्ति काल के महान संत व कवि, समाज-सुधारक और ईश्वर के अनुयायी थे। कहा जाता है कि संत रविदास का व्यक्तित्व इतना सहज और प्रभावशाली था कि कबीरदास ने भी उन्हें ‘संतन में रविदास’ कहकर संबोधित किया है. उन्हें कबीरदास का गुरुभाई भी कहा जाता है।
राष्ट्रीय महासचिव कुसुम ने कहा कि मीराबाई, चित्तौड़ के सम्राट राणा सांगा और उनकी पत्नी जैसे तमाम लोग उनके अनुयायी थे. संत रविदास कभी किसी को जाति से ऊंचा या नीचा नहीं मानते थे, वे मानवता में यकीन करते थे. उनका मानना था कि मानव ईश्वर की एक रचना है और सभी मानव एक समान हैं, उनके अधिकार भी समान हैं. यही वजह है कि संत रविदास की शिष्यों में हर जाति और धर्म के लोग शामिल थे।
राष्ट्रीय महाप्रबंधक रूबी ने कहा कि संत रविदास ने अनेक दोहे और पदों की रचना की जो आज भी काफी प्रचलित हैं. संत रविदास को गुरु रविदास, रैदास, रूहिदास, रोहिदास, सतगुरु और जगतगुरु आदि नामों से पुकारा जाता है।
उन्होंने संत रविदास जी के प्रसिद्ध दोहा पढ़ते हुए बताया
– करम बंधन में बन्ध रहियो,
फल की ना तज्जियो आस,
कर्म मानुष का धर्म है,
– मन चंगा तोह कठौती में गंगा.
संत परंपरा के महान योगी और
परम ज्ञानी संत श्री रविदास जी को कोटि कोटि नमन।
गोष्ठी में डॉ यू सी सक्सेना, डॉ ए एच रजा, इंजीनियर सलमान अख्तर, केसर नवाज़, त्रिवेदी प्रकाश सर्राफ, डॉ जिकरूल हक, डॉ किश्वर जहां जैदी, रजनी कान्ता चौहान, नाहिद रजा, डॉ मौ इरफान खान, डॉ शहजाद अहमद, डॉ मौ शावेज़, डॉ मौ फैजान ताबिश, डॉ रशिक अनवर,मन्जू सक्सेना, साक्षी शर्मा, चिंकी दिवाकर, डॉ अनुराग रस्तोगी, डॉ प्रदीप कुमार त्यागी, डॉ राष्ट्र बर्धन, त्यागी अशोका कृष्णम, उपासना शर्मा, दीक्षा ठाकुर, भारती ठाकुर, साधना सरगम, सऊदुल हसन , सागर सिंह, वी के खन्ना, इकरा इफ्तेखार, हिना मंसूरी,अनम मंसूरी, मीनाक्षी, शशी बाला गौतम आदि ने भाग लिया।