लखनऊ। हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप के क्वॉर्टर फाइनल में भारत ने स्पेन को रोमांचक मुकाबले में 2-1 से हराकर टूर्नमेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत की टीम मैच के 55 मिनट तक स्पेन की टीम से पीछे चल रही थी। लेकिन अंतिम 15 मिनट में टीम ने शानदार खेल दिखाया और स्पेन पर दो गोल दागकर 2-1 की जीत दर्ज कर ली। भारत के लिए सिमरनजीत सिंह और हरमनप्रीत सिंह ने एक-एक गोल किया। सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा।
इससे पहले मैच की शुरुआत में भारत ने अपने चिर-परिचित आक्रामक अंदाज में हॉकी खेली। मैच के चौथे और आठवें मिनट में भारत को दो पेनल्टी कॉर्नर भी मिले, लेकिन भारतीय टीम दोनों ही मौकों को गोल में नहीं भुना पाई। भले ही भारतीय टीम ने खेल की आक्रामक शुरुआत की, लेकिन मैच में पहला गोल स्पेन ने किया। मैच के 24वें मिनट में स्पेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे स्पेनिश टीम ने गोल में कन्वर्ट करने में कोई गलती नहीं की। इसके बाद भारत पर स्पेन से स्कोर की बराबरी करने का दबाव भी दिखा और वह मैच के पहल हाफ में गोल करने का मौका ढूंढती रही, लेकिन एक गोल की लीड ले चुकी स्पेन की टीम ने मेजबान टीम को कोई मौका नहीं दिया। पहले गोल की समाप्ति के बाद भारत 0-1 से पीछे ही रहा।
FULL TIME: An incredible comeback from the Indian Colts sees them beat @U21_Spain & enter the Semi Final of the #HJWC2016. #INDvESP pic.twitter.com/OxgbpSvG7c
— Hockey India (@TheHockeyIndia) December 15, 2016
दूसरे हाफ के 20 मिनट तक भी भारतीय टीम मैच में 0-1 से पिछड़ रही थी यानी मैच में 55 मिनट तक स्पेन द्वारा 0-1 लीड बनाए रखने के बाद भारतीय टीम दबाव में दिखी। हालांकि 56वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को सिमरनजीत सिंह ने गोल में तब्दील कर भारत को मैच में वापस ला दिया। यहां से भारत ने मैच में पीछे मुड़कर नहीं देखा। स्कोर बराबर करने के बाद भारत ने फिर आक्रामक खेल दिखाया। मैच खत्म होने के कुछ मिनट पहले हरमनप्रीत सिंह ने भी एक और पेनल्टी कॉर्नर पर भारत के लिए मैच का निर्णायक गोल किया। इस गोल के बूते टीम इंडिया ने स्पेन पर 2-1 से यह जीत हासिल की और टूर्नमेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
भारत को इस मैच में 8 पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन स्पेन की टीम ने बढ़िया डिफेंस दिखाया और केवल दो ही मौकों पर भारतीय टीम पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर पाई। स्पेन के गोलकीपर अल्बर्ट परेज गोल पोस्ट पर दीवार की तरह खड़े थे और वह टीम इंडिया के हर अटैकिंग शॉट को सेव कर रहे थे। इस मैच के तीनों ही गोल (2-1) पेनल्टी कॉर्नर से हुए।