मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब सरकार संवेदनशील होती है तो गरीब-कमजोर लोगों की सुनवाई होती है। उन्हें बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ शासन की योजनाओं का लाभ मिलता है। केंद्र व राज्य की डबल इंजन सरकार ऐसी ही संवेदनशील सरकार है। यह सरकार बिना भेदभाव शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तो पहुंचा ही रही है, जन सहयोग से समाज की कुरीतियों को समाप्त करने का भी प्रयास कर रही है।
योजना के तहत अब तक हो चुके हैं तीन लाख बेटियों के हाथ पीले
आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक करीब तीन लाख शादियां करा चुकी है। 2017 के पूर्व प्रति जोड़े विवाह पर 31 हजार रुपये खर्च किए जाते थे बाद में इसे बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया गया है।महिला सशक्तिकरण केंद्र व राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
25 हजार रुपये होगी कन्या सुमंगला योजना की राशि
सीएम योगी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को और मजबूती देने के लिए उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत बेटी के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई तक 15000 रुपये का पैकेज उपलब्ध कराया जाता है। नए वित्तीय वर्ष में इसे बढ़ाकर 25000 रुपये कर दिया जाएगा। बेटी की पढ़ाई तो मुक्त होगी ही, उसके अन्य खर्चो के लिए भी इस योजना से राशि मिल जाएगी।
सीएम से लेकर विधायक तक, आनंद का अद्भुत क्षण
10 नवयुगलों को प्रमाण पत्र व उपहार भी किया भेंट
समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में 1500 जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में हिन्दू, मुस्लिम दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र और उपहार-शगुन किट भेंट किया। प्रमाण पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से आत्मीय संवाद भी किया।
कार्यक्रम को प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद,बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान और गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, डॉ विमलेश पासवान, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह आदि भी उपस्थित रहे।