मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ड्रग्स माफिया नशे के मकड़जाल में फंसे एजुकेशन हब के युवाओं को तस्करी के मॉड्यूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। जिले में नशे के गठजोड़ को जड़ से उखाड़ने के लिए पुलिस को और प्रयास करने होंगे। उन्होंने पुलिस की विशेष टीम गठित करने और जिले में नशा मुक्ति केंद्र बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कॉलेजों में कमेटी बनाकर विद्यार्थियों को जोड़ने का सुझाव दिया।
समीक्षा बैठक में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जिले में एओए के विवाद बढ़ते जा रहे हैं। नए पदाधिकारियों के पुराने से विवाद के मामले अक्सर थाने पहुंचते हैं। विवाद में पुलिस को उलझना पड़ता है। इसका कारण रजिस्ट्रार दफ्तर का जिले में नहीं होना है। ऐसे विवाद के मामले मेरठ रजिस्ट्रार दफ्तर से देखे जाते हैं। लेकिन दूसरे जिले में होने के कारण लंबे समय तक इनका निपटारा नहीं हो पाता। इसके कारण जिले में रजिस्ट्रार दफ्तर बनाने का सुझाव दिया गया। इस पर सीएम ने सहमति दे दी है। जल्द ही जिले में रजिस्ट्रार दफ्तर खुलेगा।अवैध निर्माण पर पुलिस-प्रशासन प्राधिकरण मिलकर करेंगे प्रहार
विकसित भारत के लिए उद्योगों से जोड़ने होंगे विश्वविद्यालय
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए विश्वविद्यालयों को उद्योगों से जोड़ना होगा। छात्रों को शोध व विकास के लिए काम करना होगा। नई शिक्षा नीति में इसी पर जोर दिया गया है।
नोएडा-ग्रेनो में हो ईज ऑफ लिविंग
सीएम योगी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के शहर से ईज ऑफ लिविंग शहर बनाने का लक्ष्य तय करने को कहा। उन्होंने गौतमबुद्ध नगर को सुरक्षित शहर के रूप में विकसित करने की जरूरत भी बताई। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में तीनों प्राधिकरणों की समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि आपके पास जितनी जमीन कब्जे में हो, उतनी का ही आवंटन किया जाए, ताकि आवंटियों को पहले की तरह परेशान नहीं होना पड़े।