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सरकारी महकमे का सच, 58 कर्मचारियों को एक साथ कुत्ते ने काटा!

उदयपुर। क्या किसी एक सरकारी विभाग के 58 आदमियों को एक साथ कुत्ता काट सकता है? राजस्थान के उदयपुर में गबन का एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसकी चर्चा हर तरफ है. सुनने वालों को यकीन ना हो, लेकिन राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम पर फर्जी मेडिकल बिलों से भुगतान लेने वालों ने कागजों में कुत्ते से कटवाकर इसे पास भी करवा लिया.

आंतरिक जांच में हुआ खुलासा

दरअसल फर्जी मेडिकल बिल उठाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के चित्तौड़गढ़ दफ्तर के 58 अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम एक साथ कुत्ता काटने के दस लाख रुपए के इंजेक्शन और दवा के बिल लगा दिए गए. ये खुलासा स्वास्थ्य विभाग के आंतरिक जांच में हुआ है.

10 लाख का फर्जी मेडिकल बिल

उदयपुर संभाग के भदेसर ब्लॉक मंडाफिया, चित्तोड़गढ़ के स्वास्थ्य विभाग में कुल 115 अधिकारी-कर्मचारी हैं. इनके नाम पर 10 लाख का फर्जी मेडिकल बिल उठाया गया है. सबसे बड़ी बात है कि 58 कर्मचारियों के नाम एक साथ उठाए गए बिल रेबिज के मंहगे इंजेक्शन और दवाओं के हैं जो कि कुत्ते के काटने से होती है. जब जांच शुरू हुई तो सभी 115 कर्मचारी कह रहे हैं कि ये बिल किसने लगाए हमें पता नहीं है.

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

सच तो ये है कि इन बिलों का भुगतान अधिकारियों-कर्मचारियों के बैंक खाते में हुआ है. ऐसे में ये कहकर नहीं बच सकते हैं कि उन्हें ये पता नहीं है कि उनके लिए मेडिकल के फर्जी बिल किसने लगाए हैं. स्वास्थ्य विभाग के ज्वॉइंट डायरेक्टर डा. आर एन बैरवा का कहना है कि आंतरिक जांच में ये गड़बड़ी सामने आई है जिसकी पूरी रिपोर्ट स्वास्थ्य निदेशालय को भेज दी गई है और दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा.