Breaking News

राहुल गांधी को वायनाड से फिर से चुनाव लड़ने के लिए मनाकर 2019 के लोकसभा चुनावों में राज्य में अपनी जीत को दोहराने की कोशिश करेगी

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) को उम्मीद है कि वह मौजूदा राहुल गांधी को वायनाड संसदीय क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ने के लिए मनाकर 2019 के लोकसभा चुनावों में राज्य में अपनी जीत को दोहराने की कोशिश करेगी। विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) सहित केपीसीसी और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के सहयोगियों ने वायनाड से राहुल गांधी की उम्मीदवारी के लिए जोरदार वकालत की। 2019 में, दिवंगत ओमन चांडी और एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने राष्ट्रीय नेतृत्व को गांधी को वायनाड से मैदान में उतारने के लिए राजी करके एक राजनीतिक तख्तापलट किया।

केरल राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने यह संकेत देते हुए कि गांधी के निर्वाचन क्षेत्र पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है, कहा कि पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व और केंद्रीय चुनाव समिति इस संबंध में फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई ने राष्ट्रीय नेतृत्व से पुरजोर मांग की है कि गांधी वायनाड से चुनाव लड़ें। सतीशन ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी की केरल इकाई, न केवल केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) बल्कि पूरे यूडीएफ ने मांग की है कि गांधी वायनाड से चुनाव लड़ें।’’ पत्रकारों द्वारा यह कहने पर कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की राष्ट्रीय नेता एनी राजा इस सीट से चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने कहा कि हालांकि कांग्रेस और वाम दल राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन के सदस्य हैं, लेकिन केरल से चुनाव लड़ते समय यह मायने नहीं रखता।

वायनाड में गांधी की हाई-प्रोफाइल उपस्थिति ने यकीनन यूडीएफ को केरल की 20 में से 19 सीटें जीतने में मदद की। कांग्रेस ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [सीपीआई (एम)] को अलाप्पुझा में एक सीट तक सीमित करके शर्मनाक हार दी। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी फैक्टर पानी के नीचे था। “आज किसी को विश्वास नहीं है कि गांधी के पास देश का प्रधान मंत्री बनने का एक विश्वसनीय मौका है।” भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने बुधवार को इस मुद्दे पर विचार किया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी को मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानती है, तो उसे संघ परिवार के हिंदी क्षेत्र उत्तर प्रदेश में गांधी को मैदान में उतारना चाहिए।

 

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने सोमवार को घोषणा की कि वरिष्ठ नेता एनी राजा केरल में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार होंगी। यह सीट अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास है। एनी राजा सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी हैं। कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है लेकिन संभावना है कि राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़ेंगे और एनी राजा के खिलाफ लड़ेंगे। सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने कहा कि कॉमरेड एनी राजा पूरे एलडीएफ की ओर से उम्मीदवार होंगी। राहुल गांधी और कांग्रेस को सोचने की जरूरत है, वो कहते हैं कि उनकी लड़ाई बीजेपी से है। करात ने कहा कि केरल में अगर आप आते हैं और वामपंथ के खिलाफ लड़ते हैं तो आप क्या संदेश दे रहे हैं? इसलिए उन्हें अपनी सीट के बारे में एक बार फिर से सोचने की जरूरत है।

 

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पार्टी केरल में 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और विपक्षी गठबंधन ‘यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (यूडीएफ) में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। उसने कहा कि पार्टी अपने उम्मीदवारों के बारे में पहले से ही स्पष्ट है और उनके नामों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि गठबंधन में दूसरा सबसे बड़ा सहयोगी ‘इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग’ (आईयूएमएल) इस बार एक और लोकसभा सीट देने के संबंध में व्यावहारिक बाधाओं को लेकर संतुष्ट हो गया है। ये घोषणाएं यूडीएफ अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में की।