नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कश्मीर मुद्दे पर दिए गए एक बयान को लेकर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधा है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, आजाद कह रहे हैं कि सेना आतंकियों के बजाय कश्मीर के आम अवाम को अधिक मार रही है. कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है. उनका यह बयान गैरजिम्मेदराना और शर्मनाक है. उनके इस बयान से पाकिस्तान के लोग ज्यादा खुश होंगे.
रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि आजाद के बयान से पाकिस्तान के लोग ज्यादा खुश होंगे. इसका सबूत लश्कर-ए-तैयबा के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी का वह बयान है जिसमें उन्होंने आजाद के बयान का हवाला दिया है.
बीजेपी नेता ने कहा, ‘देश के लिए हम सभी जीते हैं, लेकिन देश के लिए सेना, केंद्रीय सुरक्षा बलों और पुलिस के जवान मारे जाते हैं.’ उन्होंने कहा कि इस तरह का बयान वैसा व्यक्ति दे रहा है जो कश्मीर का मुख्यमंत्री रहा है. जिन्होंने कश्मीर में आतंकवाद का नग्न चेहरा देखा है. जिन्होंने सरहद पार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का चेहरा देखा है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘चूंकि आजाद यह बात बोल रह हैं तो मैं एक आंकड़ा देश के सामने रखना चाहता हूं. 2012 में कश्मीर में 72 आतंकवादी मारे गए. 2013 में 67 आतंकी मारे गए थे. जब 2014 में हम सत्ता में आए तो 110 आतंकवादी मारे गए. 2015 में 108, 2016 में 150, 2017 में 217 और मई 2018 तक 75 आतंकी मारे गए हैं.’
रविशंकर प्रसाद ने आजाद के उस बयान की भी कड़ी आलोचना की जिसमें उन्होंने शहीद जवान औरंगजेब के घर पर आर्मी चीफ और रक्षा मंत्री के जाने को ड्रामा बताया था. बीजेपी नेता ने कहा कि एक शहीद को सलाम करना क्या ड्रामा है? यह कांग्रेस की सोच है. पूरा देश ऐसे शहीद जवान को वीर जवान को सलाम करता है करता रहेगा.
कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज के बयान की भी आलोचना करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सैफुद्दीन सोज का जो बयान आया है कश्मीर को लेकर वो कांग्रेस की सोच को प्रस्तुत करता है. कश्मीर की समस्या कांग्रेस की ही देन है.
बता दें कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के उस बयान पर हंगामा हो गया है कि जिसमें उन्होंने कहा है कि घाटी में चल रहे सेना के ऑपरेशन में आतंकी कम नागरिक ज्यादा मारे जा रहे हैं. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने भी आजाद के इस बयान के समर्थन में प्रेस रिलीज जारी की है.
लश्कर-ए-तैयबा के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में सेना के द्वारा नागरिकों को तड़पाया जा रहा है. वहां के नेता गुलाम नबी आजाद ने जो बात कही है वह बिल्कुल सही है. भारत की ओर से एक बार फिर जगमोहन (पूर्व में जम्मू-कश्मीर के गवर्नर) के समय को लागू किया जा रहा है.
लश्कर की ओर से भारत पर आरोप लगाया गया है कि पिछले 7 दशक से भारत J-K में उत्पीड़न कर रहा है. लोगों को ईद और जुमे की नमाज भी नहीं करने दी जा रही है. सेना के द्वारा कश्मीरियों की सोच को दबाया जा रहा है. रमजान के मौके पर लागू किए गए सीजफायर को लश्कर ने पूरी तरह से ड्रामा बताया. उन्होंने कहा कि भारत कश्मीर में अपने एजेंडे को लागू करने में लगातार फेल होता आ रहा है.