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यूपी में सरकार क्या बदली, इफ्तार पार्टी का सरकारी मैन्यू भी बदल गया…..गाय के दूध से इफ्तार कराएगी योगी सरकार

लखनऊ। यूपी में माहौल क्या बदला, इफ्तार पार्टी का सरकारी मैन्यू भी बदल गया। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने तय किया है कि इस बरस रमजान में बड़े पैमाने पर इफ्तार पार्टियों का आयोजन किया जाएगा। इफ्तार पार्टी में रोजेदारों को गाय का दूध पिलाकर रोजा खत्म कराया जाएगा। गाय के दूध के अलावा कुछ अन्य खाद्य सामग्री भी इफ्तार पार्टी में रहेगी, लेकिन सिर्फ गाय के दूध के जरिए बनी होगी।
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुस्लिम विंग ने मुसलमान समुदाय को संघ और भाजपा के करीब लाने के लिए इस साल रमजान मुबारक के मौके पर इफ्तार पार्टियों के आयोजन का फैसला लिया है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने अभिनव प्रयोग करते हुए गाय के दूध और उसके जरिए बने अन्य उत्पादों को ही इफ्तार पार्टी में परोसने का फैसला लिया है। मंच का तर्क है कि गोवंश को कत्ल से बचाने और गाय की मीट खाने से विभिन्न बीमारियां होने के संदेश को प्रसारित करने के लिए यह अनूठा प्रयोग करने का निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के यूपी और उत्तराखंड के संयोजक महिराज ध्वज सिंह ने कहा कि ऐसा पहली बार होगा, जब लोग गाय का दूध पीकर रोजा खत्म करेंगे। संघ की इस पहल को योगी सरकार ने सराहते हुए सरकारी इफ्तार पार्टियों में भी गाय के दूध को परोसने का इरादा बनाया है।
आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक के.सी सुदर्शन की पहल पर 2002 में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की स्थापना हुई थी। बहरहाल इस मर्तबा इफ्तार पार्टी में गाय के दूध और अन्य डेयरी प्रॉडक्ट्स के इस्तेमाल पर जोर रहेगा। यह पहला मौका होगा, जब उत्तर प्रदेश में इस तरह की इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाएगा। गाय के दूध के लाभ बताते हुए मुस्लिम मंच ने बताया कि मुस्लिम विद्वान भी मानते हैं कि गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और उससे बना घी दवाई का काम करता है। कई आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में इस घी का इस्तेमाल किया जाता है। रमजान के मौके पर नमाज के दौरान गायों के संरक्षण की अपील भी संघ करेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सीनियर अधिकारी ने कहा कि पशु, पक्षी, पेड़ और पौधों समेत सभी जीव अल्लाह की देन हैं। यदि हम इनके प्रति मानवीय रवैया अपनाते हैं तो अल्लाह का करम हासिल होगा।