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यूक्रेनी सरकार का दावा: रूसी सैनिकों को खदेड़कर यूक्रेन ने खारकीव पर फिर से कब्जा किया

खारकीव। यूक्रेन और रूस के बीच घमासान जंग जारी है। रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर अपना कब्जा कर लिया है। इसी बीच देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में भी दोनों देशों के बीच जंग देखने को मिला। इस शहर पर रूसी सेना घुसने में कामयाब हो गई थी और कब्जा कर लिया था। लेकिन यूक्रेन सैनिकों ने उनके मंसूबों पर पानी फेरते हुए दोबार से शहर पर अपना कब्जा स्थापित करने में कामयाब हो गया। दरअसल, यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों को खदेड़ते हुए खारकीव को वापस ले लिया।

यह जानकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने यूक्रेनी गवर्नर के हवाले से दी है। इस पहले खारकीव शहर की सड़कों पर भीषण जंग देखने को मिला। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों को रोकने के लिए बुका और इरपिन शहरों के बीच पुल को धमाके से उड़ा दिया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस से मतदान का अधिकार छीन लेना चाहिए।

उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा कि रूस नागरिकों पर हमला कर रहा है, जो नरसंहार का संकेत है।
कीव इंडिपेंडेंट के अनुसार, कीव के मध्य में कम से कम चार वस्फिोटों की आवाज सुनी गई है तथा रात भर हवाई हमले के सायरन बजती रही है। हालांकि बुका में रूसी सैनिकों को रोक दिया गया है।

यूक्रेन के शीर्ष सैन्य कमांडर वेलेरी ज़ालुज़्नी ने फेसबुक पर बताया कि यूक्रेन की वायु सेना ने बेलारूस से कीव छोड़े गए एक क्रूज मिसाइल को मार गिराया है। उन्होंने इसे बेलारूस और रूस द्वारा एक और युद्ध अपराध बताया।

कीव प्रशासन के अनुसार, कीव के बाहरी ट्रोशचिना जिले में एक 16 मंजिला इमारत में विस्फोट होने से सात कारों में आग लग गई। वहीं, डेली बीस्ट के अनुसार, दो डेनिश पत्रकारों को ओख्तिरका में गोली लग गई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां अब वे खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं।

जेलेंस्की के कार्यालय ने यह भी कहा कि रूसी सेना ने खारकीव में एक गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया, जिसके बाद सरकार ने लोगों को अपने आवासों की खिड़कियों को नम कपड़े से ढककर खुद को धुएं से बचाने की सलाह दी। जेलेंस्की ने कहा, ”हम अपने देश की आजादी को कायम रखने के लिए जब तक जरूरी होगा, लड़ेंगे।”

बमबारी के डर से बच्चों समेत लोगों ने बंकरों और भूमिगत मेट्रो स्टेशनों, अन्य जगहों पर पनाह ली। सरकार ने लोगों को सड़कों से दूर रखने के लिए 39 घंटे का कर्फ्यू लगा रखा है। यूक्रेन के 1,50,000 से अधिक लोग पोलैंड, मोल्दोवा और अन्य पड़ोसी देश चले गए हैं तथा संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि अगर लड़ाई बढ़ती है तो यह संख्या 40 लाख तक पहुंच सकती है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी अंतिम योजनाओं का खुलासा नहीं किया है, लेकिन पश्चिमी देशों के अधिकारियों का मानना ​​है कि वह यूक्रेन की सरकार को उखाड़ फेंकने और वहां अपनी पसंद की सरकार स्थापित करना चाहते हैं। अधिकारियों का कहना है कि पुतिन यूरोप के मानचित्र को फिर से तैयार करने और रूस के प्रभाव को फिर से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

यूक्रेन की सहायता के लिए अमेरिका ने टैंक-रोधी हथियारों, बख्तरबंद और छोटे हथियारों सहित यूक्रेन को अतिरिक्त 35 करोड़ डॉलर देने का वचन दिया। जर्मनी ने कहा कि है वह यूक्रेन को मिसाइल और टैंक रोधी हथियार भेजेगा तथा रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर देगा।