Breaking News

मैक्सिको भूकंप: मलबे में फंसी दो लड़कियों ने WhatsApp पर मांगी मदद

मैक्सिको। मैक्सिको में भूकंप ने फिर से भीषण तबाही मचाई. मैक्सिको के मध्य में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया. इससे कम से कम 139 लोगों की मौत हो गई और कई इमारतें धराशायी हो गईं. भूकंप की वजह से दहशत में आए लोग सड़कों पर निकल आए. मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. साथ ही मलबे में अंदर फंसी दो लड़कियों ने व्हाट्सएप पर मैसेज कर मदद मांगी.

कई इमारतें हुई ध्वस्त

घनी आबादी वाली मैक्सिको सिटी और आसपास के राज्यों में भूकंप की वजह से देखते ही देखते कई इमारतें ध्वस्त हो गईं. साथ ही हर जगह मलबा नजर आने लगा. मेयर मिगुएल एंजल मानसेरा ने बताया कि अकेले राजधानी में 44 जगहों पर इमारतें ध्वस्त हुई हैं. बचाव कर्मी मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए प्रयासरत हैं.

व्हाट्सएप पर मांगी मदद

शहर के दक्षिण में एक प्राथमिक स्कूल की इमारत आंशिक रूप से ध्वस्त हो गई. बचाव कर्मी मलबे में फंसे बच्चों को निकालने में लगे है. वहीं मलबे में अंदर फंसी दो लड़कियों ने व्हाट्सएप पर मैसेज कर मदद मांगी.

1985 में भी इसी दिन आया था भूकंप

मैक्सिको में वर्ष 1985 में इसी तारीख को भीषण भूकंप आया था जिसमें हजारों लोग मारे गए थे. इस भूकंप से ठीक दो सप्ताह पहले देश के दक्षिण में आए एक अन्य शक्तिशाली भूकंप में 90 लोग मारे गए थे.

139 लोगों की हुई मौत

राष्ट्रीय असैन्य रक्षा एजेंसी के प्रमुख लुइस फेलिप पुएन्टे ने ट्वीट कर पुष्टि की कि भूकंप में 139 लोगों की मौत हो गई है. उन्होंने ट्वीट में कहा कि मैक्सिको सिटी के दक्षिण में मोरेलास राज्य में 64 लोगों की मौत हुई है. स्थानीय अधिकारियों ने यहां मृतक संख्या 54 बताई है. पुएन्टे ने बताया कि इसके अलावा राजधानी में 36 लोग, पुएब्ला राज्य में 29 लोग, मैक्सिको राज्य में नौ और गुएरेरो राज्य में एक व्यक्ति की मौत हुई है.

लोगों को ले जाया गया अस्पताल

मेयर मानसेरा ने बताया कि मैक्सिको सिटी में नागरिकों और आपात सहायता कर्मियों ने 50 से 60 लोगों को जीवित निकाला है. अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में कम से कम 70 घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. संघीय गृह मंत्री मिगुएल एंजेल ओसोरियो चोंग ने बताया कि अधिकारियों को अब भी मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. उन्होंने बताया कि मलबे की प्रकृति की वजह से खोज अभियान की गति धीमी है.