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भारत के 7 ‘पाप’ गिनाने वाला चीनी मीडिया अब देने लगा दोस्ती की दुहाई

नई दिल्ली।  डोकलाम में भारत और चीन के बीच जारी तनाव को लेकर लंबे समय से हमलावर रुख रखने वाला चीनी मीडिया अब दोस्ती की दुहाई दे रहा है. भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को सबसे ज्यादा तूल देने वाले चीनी मीडिया हाउस शिन्हुआ न्यूज (Xinhua News Agency) ने अपने ट्विटर हैंडल से लगातार भारत विरोधी बयान दिए थे. हाल ही में इस चैनल ने अपने एक शो में भारत के 7 पाप गिनवाए थे. लेकिन अब दोनों देशों के बीच शांति बनाए रखने के कदम के तौर पर शिन्हुआ न्यूज (Xinhua News) Talk india के नाम से एक सीरीज शुरू की है.  इसी के तहत जारी किए गए वीडियो में चीनी मीडिया दोनों देशों से संयम बरतते हुए डोकलाम विवाद को हल करने की सलाह देता दिख रहा है.

वीडियो में कहा गया है, “एशिया चीनी ड्रैगन और भारतीय हाथी का है, हम जन्म से दुश्मन नहीं हैं, दोनों देशों की एक रिच कल्चरल हिस्ट्री है.” एक मिनट मिनट 35 सेकंड के इस वीडियो में एंकर को ये कहते सुना जा सकता है कि डोकलाम मुद्दा स्ट्रैटजिक ट्रस्ट यानि रणनीतिक भरोसे में कमी का नतीजा है, यह रणनीतिक अदूरदर्शिता भी हो सकती है, जिससे हमारे हितों को नुकसान पहुंचा है. इस वीडियो में एंकर ने दोनों देशों के रिच कल्चरल हिस्ट्री का हवाला देते हुए ये कहा गया है कि दोनों देश जन्म से ही दुश्मन नहीं है और इसीलिए भारत को चीन के क्षेत्र से अपने सैनिकों को तुरंत और बिना शर्त वापस बुला लेना चाहिए.

क्या है डोकलाम विवाद  

जून 2017 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच भूटान की सीमा पर धक्कामुक्की हुई जो कि भूटान की भारत में लगती सीमा पर नाथूला और अन्य स्थानों पर देखी गई. यह स्थिति अभी भी समाप्त नहीं हुई है. चीन के सैनिक भूटान की जमीन से सड़कें बनाने की कोशिश रहे हैं जबकि भारतीय सैनिक उन्हें ऐसा करने से रोक रहे हैं. चीन ने भूटान के पूर्व में चुम्बी घाटी तक सड़क बना ली है और यहां एक नदी भी है जिसे ऐमेचो नदी कहा जाता है. इस इलाके को चुम्बी नदी घाटी के नाम से जाना है.

यह स्थान भारतीय सीमा के बेहद करीब है. भूटान की तुलना में चीन की आबादी 1500 गुना ज्यादा है और यह 250 गुना बड़े भूभाग वाला देश है. लेकिन चीनी सैनिक डोकलाम पठार पर कब्जा करना चाहते हैं, जोकि चीन और भारत को पूर्व में भूटान तथा पश्चिम में सिक्कम से अलग करता है. यहां का नाथूला क्षेत्र भारत की जमीन पर है लेकिन चूंकि भूटान की सामरिक रक्षा के लिए भारत जिम्मेदार है इसलिए हम आपको बता देना चाहते हैं कि पहले और इस समय कहां, क्या हो रहा है?

भारत और चीनी सैनिकों के बीच शक्तिप्रदर्शन पिछले कई सप्ताहों से चल रहा है जोकि अभी तक समाप्त नहीं हुआ है.अब इस इलाके की भौगोलिक स्थिति को समझ लीजिए कि जो झड़पों के मूल में है. चीन इस क्षेत्र में भूटान से होकर सड़कों का ऐसा जाल बिछाना चाहता है ताकि यह भूटान के उस इलाके पर कब्जा कर सके जिसे डोकलाम का पठार कहा जाता है.