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बिहार में महागठबंधन ने कथित तौर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलासके) प्रमुख चिराग पासवान को आठ लोकसभा सीटों की पेशकश की

चूंकि लोकसभा चुनाव अब कुछ ही हफ्ते दूर हैं, बिहार में महागठबंधन (महागठबंधन) ने कथित तौर पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को आठ लोकसभा सीटों की पेशकश की है। इंडिया टुडे टीवी के सूत्रों के मुताबिक, महागठबंधन भी चिराग पासवान पर दबाव बना रहा है और उन्हें बिहार ग्रैंड अलायंस में शामिल करने की कोशिश कर रहा है। उन्हें बिहार ग्रैंड अलायंस में शामिल होने के लिए आठ लोकसभा सीटें और उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों की पेशकश की गई है।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान और उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के बीच विवाद के कारण एनडीए में सीट बंटवारे में लगातार देरी हो रही है, जिस पर सवाल उठ रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में चिराग पासवान और पशुपति पारस को छह सीटें देने की बात चल रही है, लेकिन दोनों इसके लिए तैयार नहीं हैं। चिराग पासवान की मांग है कि जब लोक जनशक्ति पार्टी टूटे नहीं और 2019 के फॉर्मूले के मुताबिक जब उनके 6 सांसद जीते तो आगामी लोकसभा चुनाव में भी 6 सीटों पर उनका दावा बना रहे।

वहीं पशुपति पारस का भी दावा है कि लोक जनशक्ति पार्टी के छह में से पांच सांसद अब उनके साथ हैं और उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का हिस्सा है, ऐसे में उनका दावा भी जायज है।  दूसरी लड़ाई चाचा-भतीजे के बीच हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर है, जहां से दोनों चुनाव लड़ना चाहते हैं। फिलहाल पशुपति पारस हाजीपुर से सांसद हैं, लेकिन चिराग पासवान ने भी अपने दिवंगत पिता राम विलास पासवान की विरासत का हवाला देते हुए हाजीपुर सीट पर अपना दावा ठोक दिया है। हाजीपुर सीट को लेकर भी चिराग और पशुपति पारस के बीच विवाद है।

नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद सीट बंटवारे का मसला और भी जटिल हो गया है, खासकर चिराग पासवान के लिए। इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्पष्ट नहीं है कि चिराग पासवान का महागठबंधन के ऑफर पर क्या रुख है, लेकिन अगर उन्हें एनडीए का ऑफर उपयुक्त नहीं लगता है, तो उनके लिए महागठबंधन का रास्ता खुला है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी चिराग पासवान के लिए महागठबंधन के दरवाजे खोलने का संकेत देते हुए कहा है कि जो लोग महागठबंधन में शामिल होना चाहते हैं उन्हें निर्णय लेना होगा।