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नोटबंदी: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा, कुछ लोगों के पास लाखों के नए नोट कहां से आ रहे?

15supremeनई दिल्ली। नोटबंदी के 37 दिन बाद भी हालात में कुछ खास सुधार नहीं हुआ है, बैंकों और एटीएम के बाहर अब भी लंबी-लंबी कतारें हैं। दूसरी तरफ कुछ लोगों के पास लाखों-करोड़ों के नए नोट मिल रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर सरकार से सवाल किया है। कोर्ट ने नोटबंदी से लोगों को अंतरिम राहत देने की मांग वाली याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। नोटबंदी पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कई सवाल किए। कोर्ट ने पूछा कि कुछ लोगों के पास लाखों के नए नोट कहां से आ रहे हैं? बैंकों को नई करंसी देने पर सरकार की क्या नीति है?

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लोगों को एक हफ्ते में 24 हजार रुपये भी नहीं मिल रहे हैं। कोर्ट ने सरकार से यह भी पूछा है कि अस्पतालों में पुराने नोटों की मंजूरी क्यों नहीं दी जा रही है। कोर्ट के सवालों के जवाब में अटर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में हालात ठीक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ बैंक मैनेजर गड़बड़ी कर रहे हैं। सरकार दोषियों पर कार्रवाई कर रही है। अटर्नी जनरल ने कोर्ट को बताया कि अब तक 5 लाख करोड़ की नई करंसी बाजार में उतारी जा चुकी है। अस्पतालों में पुराने नोटों के चलने के सवाल पर सरकार ने कहा कि इसका फैसला कोर्ट करेगा।

गौरतलब है कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के प्रचलित नोटों के तत्काल प्रभाव से अमान्य होने और उनकी जगह 500 और 2000 रुपये के नए नोटों के जारी किए जाने का ऐलान किया था। कैश की कमी की वजह से सरकार ने बैंकों और एटीएम से पैसे निकालने की भी सीमा तय कर दी है। बैंक से एक सेविंग अकाउंट से शुरुआत में एक दिन में 10 हजार रुपये और सप्ताह में 20 हजार रुपये तक निकालने की सीमा तय की गई थी। बाद में सरकार ने एक सप्ताह में अधिकतम 24 हजार रुपये तक निकालने की छूट दी, इसे एक बार में भी निकाला जा सकता है। लेकिन कैश की कमी की वजह से कई बार बैंक एक बार में 24 हजार देने से इनकार कर रहे हैं। इसी तरह एटीएम से शुरुआत में एक दिन में अधिकतम 2 हजार रुपये निकालने के सीमा तय थी जिसे बाद में बढ़ाकर ढाई हजार किया गया। हालांकि ज्यादातर एटीएम में सिर्फ 2 हजार के नए नोट होने की वजह से लोग 2 हजार ही निकाल पा रहे हैं। सरकार ने बैंक और एटीएम से पैसे निकालने की सीमा बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन अभी तक सीमा नहीं बढ़ाई गई है।