नई दिल्ली। बुधवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। सोमवार को जहां कांग्रेस की अगुवाई में टीएमसी, लेफ्ट, आरजेडी समेत कई विपक्षी दलों ने बैठक कर रणनीति पर चर्चा की, वहीं पीएम मोदी की अध्यक्षता में सत्ताधारी एनडीए की भी अहम बैठक हुई। बैठक में पीएम ने कहा कि नोटबंदी के फैसले पर देश की जनता सरकार के साथ है, ऐसे में विपक्ष के दबाव में झुकने का सवाल ही नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष सरकार की कोशिशों को नाकाम करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें विपक्ष के दबाव में नहीं आना चाहिए और पूरी ताकत से उनका जवाब देना चाहिए। एनडीए की बैठक के बाद बीजेपी नेता अनंत कुमार ने बताया कि गठबंधन के सभी सहयोगियों ने भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और काले धन के खिलाफ सरकार के उठाए कदम का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सभी घटक दलों ने एकसुर में नोटबंदी के फैसले का स्वागत किया है।
They also praised the visionary, brave leadership of PM in taking such decision which is pro-poor; supported PM in one voice: Ananth Kumar pic.twitter.com/L2bxWdo9iz
— ANI (@ANI_news) November 14, 2016
PM thanked all parties and said “this credit will not go to him personally” but goes to all parties that are standing firm with Govt: Naidu pic.twitter.com/1SA1MbGkTY
— ANI (@ANI_news) November 14, 2016
इससे पहले विपक्षी दलों ने भी बैठक कर संसद में सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की। बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, लेफ्ट, आरजेडी, जेडीयू, जेएमएम समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए। मंगलवार को भी ये पार्टियां मीटिंग कर संसद में एकजुट होकर सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा करेंगी। बुधवार को विपक्षी दलों के सांसद संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च निकालने पर विचार कर रहे हैं। कांग्रेस चाहती है कि विपक्षी दलों के सांसद जुलूस के शक्ल में राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति से सरकार के फैसले को वापस लेने की मांग करे।
गौरतलब है कि 8 नवंबर को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को तत्काल प्रभाव से अमान्य होने का ऐलान किया। इस फैसले के बाद से ही बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें दिख रही हैं। लोग पुराने नोट बदलने और जमा करने के लिए बैंकों में लाइन लगा रहे हैं। बैंकों से निकासी की भी सीमा तय कर दी गई है। अभी बैंकों से प्रति सप्ताह अधिकतम 24 हजार रुपये ही निकाले जा सकते हैं। वहीं, एटीएम से फिलहाल एक दिन में अधिकतम 2500 रुपये ही निकले जा सकते हैं। भीड़ का आलम ये है कि एटीएम में जैसे ही कैश डाले जा रहे हैं, थोड़ी ही देर में खत्म हो जा रहे हैं। लोग बैंक-बैंक, एटीएम-एटीएम भटक रहे हैं।