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नीरव मोदी के जाल में केवल PNB नहीं, इन 5 बैंकों के ‘मददगार अफसर’ भी जांच के घेरे में!

नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक महाघोटाले की तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसमें नई कड़ी जुड़ती जा रही हैं. इस स्कैम की आंच अब दूसरे बैंकों तक पहुंचती दिखाई दे रही है. बताया जा रहा है कि कर्ज देने की प्रक्रिया में शामिल दूसरे बैंकों के अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं.

सूत्रों का कहना है कि जिन बैंकों की विदेशी शाखाओं से पीएनबी के धोखाधड़ी वाले साख पत्रों (एलओयू) के जरिए कर्ज दिया गया, उनके अधिकारी भी जांच के घेरे में आ गए हैं.

सूत्रों ने ये भी बताया है कि इलाहाबाद बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक, यूको बैंक और एक्सिस बैंक की हांगकांग शाखाओं के अधिकारी इस पूरे घोटाले में शामिल हैं. यह घोटाला पिछले सात साल से चल रहा था.

न्यूज एजेंसी भाषा ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि आम परंपरा से अलग हटकर जारी एलओयू के मद्देनजर हांगकांग में अन्य बैंकों की शाखाओं के अधिकारियों को सचेत होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह मामला तभी सामने आया जबकि पीएनबी ने पिछले महीने उसकी मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा की ओर से जारी एलओयू को मानने से इनकार कर दिया. सूत्रों ने बताया कि यदि किसी ने सतर्कता दिखाई होती तो घोटाले की राशि इतनी अधिक नहीं पहुंचती.

हांगकांग में 11 भारतीय बैंक

बता दें कि हांगकांग में 11 भारतीय बैंक हैं. वहां इलाहाबाद बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखाएं हैं.

कुछ बैंकों ने दी कर्ज की जानकारी

इनमें से कुछ बैंकों ने नीरव मोदी से जुड़ी कंपनियों को दिए गए कर्ज की जानकारी साझा कर दी है. एसबीआई ने पहले ही घोषणा कर दी है कि उसने पीएनबी घोटाले में शामिल नीरव मोदी से जुड़ी कंपनियों को 21.2 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया है.

वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 30 करोड़ डॉलर और यूको बैंक ने 41.18 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया है. बताया जा रहा है कि इलाहाबाद बैंक का इस मामले में करीब 2,000 करोड़ रुपये फंसा है.

पीएनबी ने किया भुगतान का दावा

ये मामला सामने आने के बाद पीएनबी ने कहा है कि वह उसकी शाखा की ओर से जारी सभी एलओयू का भुगतान करेगा. हालांकि, इस मामले में उसकी पूरी देनदारी कितनी बनती है यह जांच के बाद ही पता चलेगा.